गोरखपुर : सचिव उत्तर प्रदेश द्वारा एकसप्ताह के भीतर मांगों के माने जाने के आश्वासन के बाद भी कुछ न होने पर बिजली कर्मियों का आंदोलन बुधवार से फिर शुरू हो गया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले कर्मचारियों ने मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरना दिया और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि सचिव के आश्वासन के बाद भी मांगें न माने जाने पर ऐसा निर्णय लिया गया।
कर्मचारियों की मांग है कि परिवहन निगम की तरह बिजली निगमों में भी विभागीय संविदा लागू हो तथा उच्चतम न्यायालय के आदेश और संविदा अधिनियिम 1970 के अनुपालन में नियमित कर्मचारी के बराबर वेतन का भुगतान सीधे विभाग को दिया जाए, श्रमिक नेताओं समेत 155 कर्मचारियों पर 10 फरवरी 2016 की घटना के संबंध में दर्ज मुकदमा वापस हो, बिजली विभाग में जनवरी 2005 तक सेवा में आए कार्मिकों को राज्य सरकार की भांति पेंशन दिया जाए, इसके अतिरिक्त अन्य भी मांगें हैं। धरने में एसके श्रीवास्तव, प्रभाकर पांडेय, जीपीएन सिंह, अश्वनी पांडेय, सुरेंद्र सिंह, आरपी गुप्ता, राम बचन, मनीष राय, अजय शाही, अभिलेश श्रीवास्तव, रामदेव, हरिनाथ यादव, विजय प्रकाश, प्रमोद पांडेय, संदीप श्रीवास्तव, सैयद जुल्फेकार आदि बिजली कर्मचारी व संविदा कर्मी मौजूद रहे।