बिहार बोर्ड इंटर और मैट्रिक परीक्षा के दौरान परीक्षा कक्ष छोड़ने की परीक्षार्थी को अनुमति नहीं दी जायेगी, जब तक कि उस प्रश्नपत्र की परीक्षा समाप्त नहीं हो जाती है। परीक्षा शुरू होने के एक घंटा 15 मिनट या एक घंटा 30 मिनट (प्रायोगिक और बिना प्रायोगिक विषय के लिए अलग-अलग समय) के बाद ही परीक्षार्थी को कक्ष छोड़ने की अनुमति मिलेगी। पहले वस्तुनिष्ठ प्रश्न का उत्तर परीक्षार्थी को देना है। इसके बाद विषयानिष्ठ प्रश्न का उत्तर देने के लिए उत्तर पुस्तिका दी जायेगी। बोर्ड की मानें तो 50 फीसदी वस्तुनिष्ठ प्रश्न का उत्तर देने के बाद ही परीक्षार्थी कक्ष से बाहर जा सकते हैं। ज्ञात हो कि परीक्षा कक्ष के बाहर केवल शौचालय जाने की अनुमति दी जायेगी। एक बार फिर विषयानिष्ठ प्रश्न का प्रश्नपत्र वितरण होने के बाद परीक्षार्थी को कक्ष छोड़ने की अनुमति नहीं होगी। इस संबंध में बिहार बोर्ड ने सभी केंद्राधीक्षकों को आवश्यक निर्देश दिये हैं। परीक्षा प्रारंभ होने के पहले सभी कक्ष के बाहर निषेधात्मक सूचना लगायी जायेगी।
रिलीवर करेंगे छात्रों की जांच
परीक्षा संचालन के लिए प्रत्येक 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक होंगे। चार वीक्षकों पर एक रिलीवर की व्यवस्था केंद्राधीक्षकों द्वारा की जायेगी। रिलीवर परीक्षा कक्ष के बाहर परीक्षार्थी पर नजर रखेंगे। इस बार हर केंद्र पर केंद्राधीक्षक और उप केंद्राधीक्षक के सहयोग के लिए सहायक केंद्राधीक्षक की प्रतिनियुक्ति की जायेगी। 500 परीक्षार्थी वाले केंद्र पर एक सहायक केंद्राधीक्षक और 500 से एक हजार परीक्षार्थी वाले केंद्र पर दो सहायक केंद्राधीक्षक रहेंगे। वहीं, एक हजार से अधिक परीक्षार्थी वाले केंद्र पर तीन सहायक केंद्राधीक्षक को नियुक्ति की जाएगी।
प्रथम पाली में गुलाबी रंग की ओएमआर
प्रथम व द्वितीय पाली की परीक्षा पूरी तरह से अलग रहे, किसी तरह की गड़बड़ी ना हो, इसके लिए बिहार बोर्ड ने उत्तर पुस्तिका का रंग अलग-अलग रखा है। प्रथम पाली के ओएमआर उत्तर पत्रक और उत्तर पुस्तिका का रंग पीले और द्वितीय पाली में नीला रंग रखा गया है। कोई अतिरिक्त उत्तर पुस्तिका या ओएमआर उत्तर पत्रक नहीं दिया जाएगा।