राजधानी पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र के जयप्रकाश नगर में गुरुवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे घर में घुसकर 14 वर्षीया छात्रा अंशू कुमारी की चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी गई। उसके गले पर चाकू के तीन निशान मिले हैं। हत्या की इस वारदात को मृतका की चार साल की भतीजी वैष्णवी के सामने अंजाम दिया गया। वारदात के बाद आरोपित खून से सना चाकू लेकर फरार हो गया। हत्या का कारण देर रात तक स्पष्ट नहीं हो सका था। एकतरफा प्यार समेत अन्य बिन्दुओं पर जांच करते हुए पुलिस शक के आधार पर तीन युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
एडमिट कार्ड लेने गई थी मां
बताया गया है कि छात्रा के पिता मिथिलेश राम मजदूरी करते हैं। वह मूल रूप से नालंदा के चंडी के रहनेवाले हैं और पिछले दो साल से जयप्रकाशनगर स्थित सुनीता देवी के मकान में ग्राउंड फ्लोर पर बने एक कमरे में पत्नी रीता देवी और बेटी अंशु कुमारी के साथ रहते हैं। अंशू 10वीं की छात्रा थी। इस बार उसे मैट्रिक की परीक्षा देनी थी। उसने मैट्रिक का फॉर्म नालंदा के चंडी स्थित अपने नानी के घर से भरा था। रोज की तरह गुरुवार की सुबह उसके पिता मिथिलेश राम काम पर चले गये जबकि मां रीता देवी बेटी का एडमिट कार्ड लेने चंडी जा रही थी। अंशू जयप्रकाशनगर में ही रह रहे अपने भाई के ससुराल में सब्जी पहुंचाने गयी थी, क्योंकि वहां उनके किसी रिश्तेदार की मौत होने के कारण छुतका था। वहां से वह अपनी भतीजी वैष्णवी के साथ वापस कमरे पर लौटी। तभी हमलावर उसके कमरे में घुस गया और छात्रा का मुंह दबा दिया ताकि उसकी चीख किसी को सुनाई न दे। छात्रा कुछ कर पाती, इस बीच हमलावर ने उसे चाकुओं से गोदना शुरू कर दिया। गले पर ताबड़तोड़ वार कर उसे मार डाला।
कई दिनों से कोचिंग नहीं जा रही थी छात्रा
बताया गया है कि अंशू तीन बहनों में सबसे छोटी थी, जबकि उसका एक भाई है। दो बहनों के साथ ही बड़े भाई गोपाल कुमार की शादी हो चुकी है। अंशु करीब छह दिनों से कोचिंग नहीं जा रही थी और न ही घर से बाहर निकल रही थी। इसके पीछे धमकी मिलने का डर समेत तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं।
बेटी को बनाना चाह रहे थे अफसर
मां चंडी पहुंच गई थी। घटना की सूचना मिलने पर वह बिना एडमिट कार्ड लिये ही रास्ते से वापस लौट आयी। वह बेटी के शव से लिपटकर रो रही थी। अन्य परिजन पर चीख चिल्ला रहे थे। हर कोई दरिदे को कोस रहा था। रो रहे पिता मिथिलेश राम का कहना था बेटी बड़ी होनहार थी। उसे पढ़ा-लिखा कर अधिकारी बनाना चाह रहे थे।
हत्या करना ही था मुख्य मकसद
सिटी एसपी ईस्ट जितेंद्र कुमार का मानना है कि हमलावर चाकू लेकर आया था। उसका मुख्य मकसद हत्या करना ही था। जांच में कमरे के अंदर की स्थिति सामान्य पाई गई। कहीं भी सामान बिखरा नहीं था। एक चाकू पड़ा मिला लेकिन वारदात में इसे इस्तेमाल नहीं किया गया था। खून से सना चाकू लेकर हत्यारा भाग गया है।
खून के धब्बे दे रहे थे वारदात की गवाही
बच्ची के रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग भागते हुए कमरे पर पहुंचे तो अंदर का नजारा भयावह दिखा। फर्श पर खून पसरा हुआ था जबकि अंशू खून से लथपथ होकर मृत पड़ी थी। घटना की सूचना पर जक्कनपुर थानेदार मुकेश वर्मा, सिटी एसपी ईस्ट जितेंद्र कुमार व एसएसपी सदर संदीप सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच की।
एकतरफा प्यार समेत अन्य बिन्दुओं पर जांच
जक्कनपुर थाना प्रभारी मुकेश कुमार वर्मा के मुताबिक नाबालिग छात्रा की निर्मम हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। एकतरफा प्यार सहित अन्य बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है। परिजनों ने भी किसी से दुश्मनी होने की जानकारी नहीं दी है। छात्रा के साथ दुष्कर्म होने जैसी कोई बात सामने नहीं आयी है। तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
फुटेज में बाइक से भागता दिखा हत्यारा
सूत्रों की मानें तो पुलिस द्वारा आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई। इसमें एक फुटेज में वारदात के बाद हेलमेट लगाकर हत्यारा बाइक से भागते हुए दिखा है। बाइक नंबर व फुटेज के आधार पर पुलिस हमलावर को पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।