बिलासपुर। Bilaspur news: देवउठनी एकादशी कल है। जांजगीर-चांपा का बाजार अंबिकापुर व मध्य प्रदेश के रीवा जिले के गन्ने सज गया है। मंडप सजाने श्रद्धालू भक्तों पूरे उत्साह में पहुंच रहे हैं। इस वर्ष प्रति नग गन्ना 25 से 30 रुपये में बिक रहा है। व्यापारियों का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते प्रति नग आठ से 10 रुपये भाव बढ़ा है।देवउठनी एकादशी 26 नवंबर को है। तुलसी पूजा व मंडप सजाने बड़ी संख्या में गन्ने की बिक्री शुरू हो चुकी है।बाजार में अंबिकापुर के साथ ही मध्यप्रदेश के रींवा से बड़ी मात्रा में बिक्री के लिए गन्ना पहुंच गया है। इसके अलावा राछाभांठा, कटौद और नेगुरडीह से भी व्यापारी गन्ना लेकर पहुंचे है। गन्ना व्यापारी नर्मदा पैगवार ने बताया कि 20 नग से बनी मोरी गन्ने के साइज के आधार पर तीन से चार सौ रुपए में बिक रहा है। वहीं एक नग गन्ना 25 से 30 रुपए में बिक रहा है।
व्यापारी जोहन लसार ने बताया कि इस बार नवागढ़ क्षेत्र में होने वाले गन्ने को भी व्यवसायी खरीद रहे हैं।अंबिकापुर से भी आवक कम होने के कारण पिछले साल की अपेक्षा इस बार गन्ना आठ से 10 रूपए अधिक दाम में बिक रहा है।तुलसी विवाह की परंपरामान्यता है कि देवशयनी ग्यारस से भगवान विष्णु क्षीरसागर में शयन के लिए चले जाते हैं। इस वजह से किसी भी तरह के मांगलिक विशेषकर वैवाहिक कार्यक्रम चार महीने के लिए बंद हो जाता हैं। इस बार पुरुषोत्तम मास होने से पांच माह बाद देवउठनी एकादशी के साथ ही अब वैवाहिक व मांगलिक कार्यक्रमों की शुरूआत होगी। इस दिन घरों में धूमधाम से हुआ तुलसी विवाह होंगे। पंरपरा है कि कार्तिक एकादशी पर तुलसी और भगवान विष्णु का विवाह वैदिक रीति रिवाज से संपन्न कराया जाता है।
गन्ने से सजेगा मंडप
1. तुलसी पूजा में गन्ने से मंडप को सजाया जाएगा।
2. बेर,चना भाजी, आवला व फल चढ़ाए जाएंगे।
3. एकादशी पर जमकर आतिशबाजी भी होगी।
4. घरों को फूलों से सजाया जाएगा। विधिवत पूजा होगी।