नोटबंदी लागू होने के 48 दिन बाद भी ग्रामीण क्षेत्र के बैंकों में स्थिति सामान्य नहीं हो सकी है। लोगों को मांग के अनुरूप पैसा नहीं मिल पा रहा है। क्षेत्र के बेलौली स्थित काशी गोमती संयुत क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक पर कैश अनुपलब्धता की सूचना चस्पा होने के बाद मंगलवार को सैकड़ों खाताधारकों ने क्षुब्ध होकर बेलौली बेल्थरारोड मुख्य मार्ग को जाम कर दिया साथ ही बैंक प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जाम की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शाखा प्रबंधक से वार्ता कर मामले को शांत कराया। एक घंटे तक जाम होने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
नोटबंदी लागू होने के काफी समय बीत जाने के बाद भी लोगों की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है। राहत नहीं मिलने से खाता धारको का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। बैंकों से रूपये लेने में खाताधारकों के पसीने छूट रहे हैं। काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक बेलौली पर सुबह से लाइनों में खड़े खाताधारकों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा, जब बैंक खुलने के बाद बैंक कर्मचारियों ने रुपये नहीं देने की सूचना चस्पा कर दिया। क्षुब्ध खाताधारकों ने नारेबाजी करते हुए बैंककर्मियों के खिलाफ गुस्से का इजहार किया। नाराज खाताधारकों ने बेलौली वेल्थरा रोड मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी सड़क के बीचोबीच आकर नारेबाजी करने लगे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि ग्रामीण बैंक पर हमेशा नगदी नहीं रहती है। नगदी के अभाव में जरूरी कार्य नहीं हो पा रहे हैं। जाम की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे चौकी प्रभारी संतोष यादव पहुंचकर आक्रोशित खाताधारकों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया। मौके पर पहुंचे बैक प्रबंधक प्रभात सिंह ने बताया कि बैंक को प्रधान कार्यालय से नगदी नहीं मिल पाने के चलते समस्या आ रही है। उधर एक घंटे तक सड़क जाम होने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। इससे लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा।