बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले माहौल काफी गरम हो चुका है। राजनीतिक दल जमकर अपनी पार्टी का प्रचार कर रहे हैं और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इस बीच, राजद नेता और महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार को ‘सीधी और खुली चुनौती’ दी है और बिहार में भ्रष्टाचार बढ़ने का आरोप लगाते हुए उन्हें घेरा है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार से ‘पूरे बिहार में किसी एक ऐसे थाने और प्रखंड कार्यालय का नाम पूछा है जहां बिना चढ़ावे यानि बिना रिश्वत के कोई काम होता हो?’ तेजस्वी ने आगे लिखा- “अगर मेरी बात गलत और इसमें कोई संदेह है तो अपने भाषण में ज़रा एक बार पब्लिक से पूछ लीजिएगा। जवाब मिल जाएगा।”
विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने पर पीएम मोदी से सवाल
तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को बिहार को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान नहीं करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार की आलोचना की। राजद नेता ने कहा कि ‘बिहार के लोगों को उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री विशेष दर्जे के संबंध में बोलेंगे और उन्होंने सवाल किया कि वह कब तक राज्य को विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त करेंगे।’
उन्होंने नीतीश कुमार के शासनकाल के दौरान हुए कथित घोटालों पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। तेजस्वी ने कहा, “पीएम बिहार को विशेष राज्य की श्रेणी में कब तक रखेंगे? बिहार को उम्मीद थी कि वह इस बारे में बोलेंगे। भाजपा निजी उद्यम के आधार पर 19 लाख नौकरियां पैदा करने की बात करती है। हम सीधे 10 लाख सरकारी नौकरियां देंगे।”
उन्होंने आगे कहा- “हम युवाओं की आकांक्षाओं के साथ चल रहे हैं। एक ओर, 70 वर्षीय नीतीश और मोदी हैं। 2 पीढ़ियों का अंतर है। बिहार में आपकी सरकार लगभग 15 साल है। अब वे नौकरियों, उद्योगों के बारे में बात कर रहे हैं। मोदी जी को नीतीश जी से पूछना चाहिए कि वह पिछले 15 वर्षों से क्या कर रहे थे।’ उन्होंने कहा कि इन घोटालों के बारे में बात करेंगे।”
बिहार चुनाव 2020
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा की वोटिंग तीन चरणों में होगी- 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर, जबकि वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी। इस साल के बिहार चुनावों में पांच गठबंधन के बीच मुकाबला देखा जाएगा। 2015 के राज्य चुनाव में, RJD, JD(U) और कांग्रेस के महागठबंधन ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में 178 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया था। दूसरी ओर, BJP के नेतृत्व वाले गठबंधन ने केवल 58 निर्वाचन क्षेत्रों से जीत हासिल की। 26 जुलाई, 2017 को नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर RJD के साथ हुए मतभेदों का हवाला देते हुए सीएम पद छोड़ दिया और अपने पूर्व सहयोगी BJP के साथ हाथ मिला लिया।