नई दिल्ली. देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में वायु गुणवत्ता (AQI) धीरे-धीरे खराब होती जा रही है. इससे दिल्ली में लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है. वहीं, भीड़भाड़ वाली जगहों पर पर प्रदूषण के चलते लोगों की आंखों में जलन तक हो रही है. प्रदूषण का आलम यह हो गया है कि कई स्थानों पर विजिबिलिटी (Visibility) काफी कम हो गई है. सुबह-सुबह धुंध छाने की वजह से सड़कों पर दिखाई देना मुश्किल हो गया है.
जानकारों का कहना है कि वायुमंडल में प्रदूषकों के बढ़ने के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में वायु की गुणवत्ता बिगड़ती चली जा रही है. बात यदि शनिवार की करें तो दिल्ली के वजीराबाद में धुंध छाई हुई है. इसके चलते सिग्नेचर ब्रिज न के बराबर दिखाई दे रहा है.
वहीं, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के आंकड़ों के अनुसार आज सुबह अलीपुर, मुंडका और वजीरपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स गंभीर श्रेणी में बना हुआ है. इससे लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ रहा है. इससे कोरोना मरीजों को सांस लेने में परेशानी हो सकती है.
बता दें कि दिल्ली में गुरुवार की शाम वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया था. और आगामी दो दिनों में इसके और खराब होने की संभावना है. यह जानकारी सरकारी एजेंसियों ने दी. जबकि दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 302 रिकॉर्ड किया गया जो कि बेहद खराब श्रेणी में है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अनुमान जताया है कि पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 10 और पीएम 2.5 में बढ़ोतरी के साथ वायु गुणवत्ता और खराब होगी.