हालात बिगड़ते देख एसडीएम के निर्देश पर बीडीओ बैरिया गजेंद्र प्रताप सिंह ने बैठक की कार्रवाई स्थगित कर दी। इसके बाद सभी अधिकारी बैरिया के लिए निकल गए। इस पर एक पक्ष के लोग प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करने लगे। देखते ही देखते गाली गलौज, मारपीट और ईंट पत्थर एक- दूसरे पर चलने लगे। विवाद के दौरान चले ईंट पत्थर में चार महिलाएं समेत आधा दर्जन लोग घायल हो गए। दबंगों ने पुलिस के सामने ही फायरिंग शुरू कर दी। इसमें जयप्रकाश पाल को चार गोलियां लगीं और वह जमीन पर गिरकर छटपटाने लगे। उन्हें तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना में नरेंद्र सिंह (45), आराधना सिंह (45), आशा सिंह (40), राजेंद्र सिंह ( 45), अजय सिंह ( 50) और धर्मेंद्र सिंह (40) गंभीर रूप से घायल हैं।
गोली चलते ही वहां भगदड़ मच गई और लोग भाग
भाजपा नेता धीरेंद्र सिंह पर हत्या का आरोप लगा है। जिस वक्त वहां पर जयप्रकाश पाल को गोली मारी गई उस समय वहां एसडीएम और सीओ भी मौजूद थे। युवक को गोली लगते ही मौके पर भगदड़ मच गई। इसके बाद लोग इधर-उधर भागने लगे। भगदड़ का फायदा उठाकर आरोपी धीरेंद्र सिंह भी मौके से फरार हो गया। पुलिस ने उसके खिलाफ बलिया के रेवती थाने में हत्या का केस दर्ज किया है।
जयप्रकाश की चार गोलियां मारकर हत्या
दुर्जनपुर के 46 वर्षीय जयप्रकाश उर्फ गामा पाल को ताबड़तोड़ चार गोलिया झोक दी । जयप्रकाश को गोली चलते ही भगदड़ मच गई। गोली लगने से घायल जयप्रकाश को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हत्या का आरोप भाजपा नेता धीरेंद्र सिंह पर लगा है। पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ दुबे ने घटनास्थल का निरीक्षण कर दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही करने की बात कही। पुलिस ने मृतक के भाई चंद्रमा पाल की तहरीर पर मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह डब्लू, नरेंद्र प्रताप सिंह, प्रयाग सिंह, प्रभात प्रताप सिंह, यशवंत सिंह, देवेंद्र सिंह, अमरजीत यादव व संतोष यादव सहित 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। घटना के बाद से गांव में तनाव बना हुआ है।
सीएम ने लिया संज्ञान, एसडीएम व सीओ सहित पांच सस्पेंड
बलिया के इस मामले का तत्काल ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए घटनास्थल पर मौजूद एसडीएम, सीओ सहित सभी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। साथ ही आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश देते हुए वहां मौजूद अफसरों के भूमिका की जांच के भी निर्देश दिए हैं। तनाव को देखते हुए गांव में कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गई है। साथ ही अधिकारियों की भूमिका की जांच करने का आदेश दिया है।
कोटे की दुकानों के आवंटन को लेकर बुलाई गई थी बैठक
बलिया के ग्राम सभा दुर्जनपुर और हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों के आवंटन के लिए गुरुवार को पंचायत भवन पर बैठक बुलाई गई। इसमें एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। दुकानों के लिए चार स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया। इसमें भी वहां दुर्जनपुर की दुकान के लिए आम सहमति नहीं बन सकी। ऐसे में दो समूहों मां सायर जगदंबा स्वयं सहायता समूह और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया।वहां मौजूद एसडीएम सुरेश कुमार पाल व सीओ चंद्रद्रकेश सिंह ने कहा कि वोटिंग वही व्यक्ति कर सकता है जिसके पास आधारकार्ड अथवा अन्य पहचान पत्र होगा। वहां मौके पर मौजूद अधिकारियों ने कहा कि जिसके पास आधार कार्ड या अन्य कोई पहचान पत्र होगा वही मतदान करेगा। इसमें एक पक्ष के लोग आधार कार्ड लेकर आए थे लेकिन दूसरे पक्ष के लोग कोई पहचान पत्र लेकर नहीं आए थे। इसी को लेकर हंगामा शुरु हो गया।
हालात बिगड़ते देख एसडीएम के निर्देश पर बीडीओ बैरिया गजेंद्र प्रताप सिंह ने बैठक की कार्रवाई स्थगित कर दी। इसके बाद सभी अधिकारी बैरिया के लिए निकल गए। इस पर एक पक्ष के लोग प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करने लगे। देखते ही देखते गाली गलौज, मारपीट और ईंट पत्थर एक- दूसरे पर चलने लगे। विवाद के दौरान चले ईंट पत्थर में चार महिलाएं समेत आधा दर्जन लोग घायल हो गए। दबंगों ने पुलिस के सामने ही फायरिंग शुरू कर दी। इसमें जयप्रकाश पाल को चार गोलियां लगीं और वह जमीन पर गिरकर छटपटाने लगे। उन्हें तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना में नरेंद्र सिंह (45), आराधना सिंह (45), आशा सिंह (40), राजेंद्र सिंह ( 45), अजय सिंह ( 50) और धर्मेंद्र सिंह (40) गंभीर रूप से घायल हैं।