बाँसडीह,ना रजिस्ट्री ना बैनामा फिर भी जमीन है हथियान
बलिया । बांसडीह कस्बा में भूमाफिया सन्तोष गुप्ता और इसके चचरे भाइयोोंो केे मुख्य काम जमीन पर कब्जियाने का मामलो की फेहरिस्त इतनी लंबी है,उसके बाद भी प्रशासन इस पर कार्रवाई नही करती है। इसी का ख़मियाज़ा है कि योगी सरकार में भी मेन चौराहे की दुकान को जिसकी न रजिस्ट्री कराया है, ना ही ब्यानमा उसके बाद भी बेखौफ होकर दुकान लूटकर ताला लगा दिया।
सूत्रों की माने तो चौकी इंचार्ज की शह पर भूमाफियाओं ने लूट को अंजाम दिया है।बताते चले लगभग 10 साल पहले सन्तोष,अशोक,अनिल और मुन्ना ने राजगव निवासी संजय चौरसिया पुत्र केशव चौरसिया की दुकान के लूट-पाट में ये सभी आरोपी जेल जा चुके है।
वििनोद की दुकान लूटपाट मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी बेखौफ घूमरहे है।
सन्तोष,अशोक,अनिल और मुन्ना की लगभग सभी जमीनों पर विवाद चल रहा हैं।भू-माफिया कौन है यह स्पष्ट करने के लिए जिलाधिकारी ने परिभाषा गठित कर दी है। परिभाषा के अनुसार माफिया एवं दबंग व्यक्तियों, विकासकतार्ओं,निर्माणकतार्ओं आदि द्वारा राजनीतिक संरक्षण प्राप्त कर स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से न केवल शासकीय भूमि, बल्कि विभिन्न धार्मिक संस्थाओं एवं प्रतिष्ठानों, चैरिटेबल ट्रस्ट, लावारिस संपत्तियों, एवं निर्मल व्यक्तियों की निजी भूमियों पर अवैध कब्जा कर लिया जाता है। ऐसे मामले भू-माफिया की श्रेणी में आते हैं। डीएम ने ऐसे मामलों में सीधे प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।