मायावती ने नोटबंदी पर फिर एक बार निशाना साधा। कहा कि नोटबंदी का अपरिपक्व फैसला इनके ही गले की हड्डी बन गया है। उन्होंने कहा कि जनता इन परेशानियों का हिसाब जरूर चुकाएगी। बसपा सुप्रीमो ने कहा, विधानसभा चुनाव के लिए सपा और कांग्रेस के गठबंधन की चर्चा है। मैं बता देना चाहती हूं कि ये गठबंधन भाजपा के इशारे पर तभी होगा जब भाजपा को इससे अपना कुछ फायदा दिखाई दे रहा होगा।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि सपा मुख्यमंत्री आए दिन खुद आगे चलकर कांग्रेस से गठबंधन की बात करते रहते हैं इससे ये बात जाहिर होती है कि सपा को अपनी हार का आभास है वरना पूर्ण बहुमत से जीतने वाली सरकार इस तरह की बातें न करती। उन्होंने कहा कि सपा कांग्रेस से गठबंधन करके अपनी हार का ठीकरा कांग्रेस पर मढ़ देगी ताकि वर्तमान सपा सरकार का मुखिया अपनी खराब इमेज को जनता के सामने कुछ अच्छा कर सके।
उन्होंने ये भी कहा कि सबसे ज्यादा साम्प्रदायिक दंगे सपा सरकार में हुए हैं। मुलायम सिंह ने अपने फायदे के लिए अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाई थी। कहा कि 2013 का साम्प्रदायिक दंगे का दाग गुजरात के दंगों की तरह नहीं धोया जा सकता।