लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डिफेंस एक्स्पो-2020 के दौरान 23 एमओयू के माध्यम से 50 हजार करोड़ रुपए का निवेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर में सम्भावित है, जिससे लगभग तीन लाख रोजगार के अवसर सृजित होंगे। राज्य सरकार प्रदेश में अवस्थापना सुविधाओं का विकास तेजी से कर रही है। बड़े पैमाने पर एक्सप्रेसवेज़ की स्थापना की जा रही है। इस समय पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का कार्य प्रगति पर है और इसे जनता के लिए वर्ष 2020 के अन्त तक खोल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण वर्ष 2021 के अन्त तक सम्भावित है। इसके अलावा, मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर भी कार्य किया जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखनऊ में डिफेंस एक्स्पो-2020 आयोजित करने का अवसर प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का आभार व्यक्त किया। रक्षा के क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता के दृष्टिगत इस एक्स्पो का विशेष महत्व है। फरवरी, 2018 में आयोजित ‘उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट’ के दौरान प्रधानमंत्री ने देश के दो डिफेंस कॉरिडोर में से एक डिफेंस कॉरिडोर को उत्तर प्रदेश में स्थापित करने की घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयोजन को बहुत महत्वपूर्ण और गौरव करने योग्य बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम देशवासियों को सेना के पराक्रम से अवगत कराने का अवसर देते हैं। देश को डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करने में सहयोगी होते हैं।
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2018 में यूपी डिफेंस कॉरिडोर का शिलान्यास किया था। 25 हजार एकड़ लैंडबैंक के साथ हम छह नोड (केंद्र) पर काम कर रहे हैं। प्रदेश में बेहतर कनेक्टिविटी और कानून व्यवस्था की वजह से निवेश का बेहतर माहौल बना है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि एशिया के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट के साथ अन्य 11 एयरपोर्ट पर तेजी के साथ काम चल रहा है। योगी ने कहा कि डिफेंस एक्सपो प्रधानमंत्री मोदी के मेक इन इंडिया के संकल्प को पूरा करेगा।