बैंकों में हड़ताल और एटीएम बंद होने का सीधा असर बाजारों पर पड़ा है। आमजनों के साथ ही व्यवसायी वर्ग को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। कल भी हड़ताल रहेगा।
भागलपुर, जेएनएन। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) के आह्वान पर जिले में बैंक अधिकारियों और कर्मियों की दो दिवसीय हड़ताल शुरू हो गई। पांच दिवसीय बैंकिंग सेवा, नई पेंशन व्यवस्था को खत्म करना, पेंशन में सुधार, पारिवारिक पेंशन में सुधार, बैंक अधिकारियों के लिए कार्य अवधि स्पष्ट रूप से तय करना, निविदा पर रखे गए कर्मचारी समान काम के लिए समान वेतन सहित 20 सूत्री मांगों के समर्थन में अधिकारी और कर्मी शुक्रवार को धरना पर बैठे रहे। पूरे दिन धरना-प्रदर्शन चलता रहा। सभी ने केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी की। हड़ताल की वजह से एटीएम ने भी लोगों को साथ नहीं दिया। करीब 550करोड़ के आसपास लेनदेन, चेक क्लियरेंस प्रभावित हुआ। ऐसे में शहरवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सुबह नौ बजे से ही अधिकारियों का बड़ा हुजूम आइबॉक के जिला सचिव प्रशांत कुमार मिश्रा और इलाहाबाद बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के राज्य सचिव संजय लाठ शहर के अलग-अलग इलाकों में जुलूस निकालकर बैंकों को बंद कराया। सभी धरना और प्रदर्शन किया।
इधर, कैनरा बैंक के सामने अक्षय भगत साथियों के साथ, एसबीआइ मुख्य शाखा के सामने एआईबीए के अरविंद कुमार रामा, अरुण कुमार सिंह, प्रदीप रजक, राजेश झा, बैंक ऑफ इंडिया मुख्य शाखा के सामने बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी धरना और प्रदर्शन किया। जिला सचिव प्रशांत कुमार मिश्रा ने कहा कि देशव्यापी बैंक हड़ताल शुक्रवार को पूरी तरह सफल रहा। इसे सफल बनाने में युवा साथियों ने गजब का उत्साह दिखाया। महिला बैंक अधिकारियों ने भी बड़ी संख्या में धरने और प्रदर्शन में हिस्सा लिया। केंद्र सरकार की नीति को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लंबे समय से हमारी मांग को ठंडे बस्ते डाल कर रखा गया है। हड़ताल के बाद भी अगर बैंक प्रबंधन सम्मानजनक समझौता नहीं करता है तो बैंककर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए बाध्य होंगे। ऑल इंडिया इलाहाबाद बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के राज्य सचिव संजय लाठ ने कहा कि सरकार ने यूनियन की बातों को नहीं मानी तो एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। सरकार की मनमानी नहीं चलेगी। इलाहाबाद जोनल ऑफिस के नीचे एजीएम भी इस धरने में शामिल हुए। कानूनी सलाहकार केशव झा सहित कई बैंक कर्मी थे।
बाजार में सन्नाटा, 30 करोड़ का कारोबार प्रभावित
बैंकों में हड़ताल और एटीएम बंद होने का सीधा असर बाजारों पर पड़ा है। आमजनों के साथ ही व्यवसायी वर्ग को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। सर्राफा, कपड़े, गले से लेकर अन्य बाजार पूरी तरह से लड़खड़ाया गया है। स्थिति यह है कि 50 फीसद तक व्यापार प्रभावित हुआ है। चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अशोक भिवनिवाला ने बताया कि हड़ताल की वजह से 25 से 30 करोड़ के आसपास कारोबार प्रभावित हुआ। इधर, अन्य दिनों की अपेक्षा बाजार में ग्राहकों की संख्या में काफी कमी रही। भागलपुर अभी इतना अपडेट नहीं हुआ है कि ज्यादा से ज्यादा लोग नेट बैंकिंग के जरिये खरीदारी कर सके। 40 से 50 फीसद ग्राहक कैश लेकर ही खरीदारी करने पहुंचते हैं। ऐसे में एटीएम बंद होने से सभी को परेशानी में डाल दिया है। जिले में छोटे-छोटे व्यवसायियों की संख्या अधिक है और ज्यादातर कारोबार नकद से ही होता है।
80 फीसद एटीएम ने दिया धोखा, परेशान रहे लोग
भागलपुर शहरी क्षेत्र के अलावा नवगछिया, कहलगांव, सुल्तानगंज सहित प्रखंडों के एटीएम से नोट नहीं निकले। हड़ताल की वजह से सरकारी और निजी मिलाकर 80 फीसद एटीएम भी बंद रही। ऐसे में लोगों को काफी परेशान होना पड़ रहा है। वहीं, शहरी इलाकों में कई जगहों पर एसबीआइ की एटीएम खुली थी। यहां काफी भीड़ रही। वहीं, कई लोग एटीएम कार्ड लेकर एक एटीएम से दूसरे एटीएम का चक्कर काटते रहे। शहर में आधा दर्जन छोड़कर ज्यादातर सरकारी और निजी बैंको की एटीएम बंद रही। शहर के कचहरी चौक, स्टेशन, वेरायटी चौक, ततातरपुर, मायागंज, तिलमांझी-जीरो माइल, सहित कुछ इलाके की एटीएम में ताला लटका रहा। वहीं, भीखनपुर, पुलिस लाइन, तिलकामांझी, नाथनगर, अलीगंज, मिरजानहाट सहित अन्य जगहों की एटीएम बंद रही।