शासन की लापरवाही से पिछले कई माह से एनएच-31 पर बना गड्ढा मुसाफिरों के लिए जानलेवा साबित हो रहा था। फेफना- बलिया मुख्यमार्ग पर मुबारकपुर गांव के पास बने इन खतरनाक गड्ढों में गिरकर आए दिन यात्री घायल हो रहे थे। यहां तक कि कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। इन गड्ढों को भरने के लिए कई बार जिला प्रशासन से मांग की गई थी। प्रशासन द्वारा इसे नजर अंदाज करने से आहत युवा ने सड़क को गड्ढामुक्त कर व्यस्था को चोट करने का काम किया। यह देख वहां मौजूद लोगों को एक बारगी विश्वास ही नहीं हो रहा था। देखते ही देखते एक दर्जन की संख्या मौजूद युवक श्रमदान कर क्षतिग्रस्त सड़क को गड्ढामुक्त करने में जुट गये।एनएच-31 पर बना यह गड्ढा कोहरे की वजह से और अधिक खतरनाक बन गया था। दि-ब-दिन हो रही दुर्घटनाओं से स्थानीय लोग भी काफी परेशान थे। इधर प्रशासनिक लापरवाही से ग्रामीणों का कष्ट बढ़ता जा रहा था। कई बार की गुहार के बाद भी आवश्यक कार्यवाही न हो देख इलाकाई युवाओं ने सड़क को गड्ढा मुक्त करने का नया तरीका खोजा और बिना किसी विरोध प्रदर्शन व किसी की मदद के खुद ही गिट्टी व तारकोल ले मौके पर पहुंच गए। ठंड व गलन की परवान किये बगैर दर्जनों युवा घंटों श्रमदान कर सड़क को गड्ढा मुक्त किया। युवा अजीत राय ने कहा कि जरुरी नहीं कि छोटे-छोटे कार्यो के लिए धरना प्रदर्शन करें। सरकार के नुमाइंदे जब लापरवाह हो जाएं तो आम आदमी को आगे आना ही पड़ेगा। श्रमदान करने वाले में संजय राय, अंजनी राय, लालजी राय, संतोष राय, रामजी राय, चंदन राय, छोटेलाल राय, बालजी राय, गोविन्दा खरवार, सत्येन्द्र राय, सुनील राय, छोटू राय, भानु राय, सोनू खरवार, सुनील गुप्ता, अखिलेश राय, निप्पू राय, आदित्य राय, कन्हैया खरवार, पवन राय, विक्की राय, गोपालजी राय, झुन्ना राय आदि शामिल थे।