पटना [राजेश ठाकुर]। बिहार में बच्चा चोरी के नाम पर मॉब लिंचिंग की वारदातें थम नहीं रही हैं। रविवार को पटना के राजीव नगर में जहां बच्चा चोरी के नाम पर युवक को बुरी तरह भीड़ ने पीटा, वहीं राजधानी में ही शनिवार की आधी रात में उन्मादी भीड़ ने दो लोगों की जान ले ली। पटना से सटे दानापुर व धनरुआ में वारदात को अंजाम दिया। घटना में दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल है। इतना ही नहीं, शनिवार को ही बच्चा चोरी के नाम पर दिन में दो महिलाओं को बुरी तरह पीट कर उसका वीडियो वायरल किया गया था।
इसके पहले पटना के गांधी मैदान में उन्मादी भीड़ ने वृद्ध की जान ले ली थी। दिल्ली के दो पर्यटकों को भी उन्मादी भीड़ ने जानवर की तरह पीटा। पिछले 48 घंटे में आधा दर्जन से अधिक मॉब लिंचिंग की वारदातें हुईं हैं। हालांकि पुलिस सुरक्षा के तमाम दावे कर रही है, लेकिन उन्मादी हिंसा थम नहीं रही है। इधर, पुलिस ने उन्मादी हिंसा मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए 32 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें छह महिलाएं तथा 26 पुरुष शामिल हैं।
रविवार को राजीव नगर में नया मामला आया सामने
बताया जा रहा है कि पटना के राजीव नगर में रविवार की सुबह भीड़ का फिर क्रूर चेहरा सामने आया। बच्चा चोरी के नाम पर उम्नादी भीड़ ने युवक को जमकर पीटा। हालांकि सूचना पाकर आनन-फानन में मौके पर पुलिस पहुंची और किसी तरह युवक को बचाया। वहीं, पुलिस के पहुंचते ही लोग वहां से खिसक गए। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
दानापुर में तीन को पीटा, एक की गई जान
दानापुर के रूपसपुर थाना क्षेत्र के चुल्हाईकचक और शबरीनगर में शनिवार की देर रात 11 बजे बच्चा चोर के आरोप में ग्रामीणों ने तीन लोगों की जमकर पिटाई कर दी, जिसमें एक की मौत इलाज के दौरान अस्तपाल में हो गई। वहीं दो की हालत गंभीर बनी हुई है। सूचना पाकर पहुंची रूपसपुर पुलिस के साथ भी लोगों ने हाथापाई करते हुए पुलिस वाहन पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसमें तीन पुलिसकर्मी भी जख्मी हो गए। बताया जाता है कि चुल्हाईकचक में देर रात करीब 11 बजे एक अधेड़ व दो युवक नहर किनारे रोड से पैदल जा रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने बच्चा चोर का शोर मचाते हुए तीनों को पकड़ लिया और घटना को अंजाम दिया। पुलिस को दिए बयान में पिटाई से जख्मी मशरख निवासी सुभाष और चंदन ने बताया कि दोनों साथ पटना में मजदूरी का काम करते हैं। देर रात 11 बजे बाजार से घर लौट रहे थे। इसी दौरान शबरीनगर के समीप कुछ लोग देखकर बच्चा चोर का मचाने लगे। देखते-देखते सैकड़ों लोग जुट गए और पिटाई कर दी। मृतक की पहचान नहीं हो पाई है।
धनरुआ में अधेड़ की भीड़ ने की हत्या
उधर, पटना से सटे धनरूआ थाना क्षेत्र के कालीचक गांव में बच्चा चोर की अफवाह पर ग्रामीणों ने अधेड़ को पीट-पीटकर मार डाला। मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। उनकी उम्र लगभग 45 वर्ष बताई जा रही है। चौकीदार के बयान पर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। एसपी सिटी (पूर्वी) जितेंद्र कुमार ने बताया कि वारदात की सूचना पर तत्काल मसौढ़ी एसडीपीओ सोनू कुमार राय को घटनास्थल पर भेजा गया। शव बरामद कर लिया गया है। मृतक मानसिक रूप से अस्वस्थ थे। दरअसल, कालीचक गांव में एक घर के पास कुछ बच्चे खेल रहे थे। उसी वक्त हाफ-पैंट पहने एक अधेड़ गुजर रहे थे। उनके बदन पर और कोई कपड़ा नहीं था। दाढ़ी बढ़ी और बाल बिखरे थे। उन्हें देखकर गांव के लोगों ने बच्चा चोर की अफवाह उड़ा दी। यह सुनकर अधेड़ दौड़ने लगा तो लोगों ने खदेड़कर पकड़ लिया। इसके बाद ग्रामीणों ने लाठी-डंडे से उनकी पिटाई कर दी।
शनिवार को ही पर्यटकों को भीड़ ने पीटा
पटना में शनिवार को ही धार्मिक प्रचार-प्रसार के लिए दिल्ली से आए दो पर्यटकों को उन्मादी भीड़ ने जबर्दस्त पिटाई कर दी। इसमें दोनों बुरी तरह घायल हो गए। बताया जाता है कि उनके साथ दो व्यक्ति और थे, लेकिन दोनों किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई। बताया जाता है कि चारों पर्यटक पर्यटक दीघा के गांधी नगर गली में घूमते हुए पहुंचे थे। इलाके के लोगों ने बच्चा चोर के नाम पर सबको पकड़ लिया। दो किसी तरह से भागे, लेकिन रिक्की सिंह और प्रिंस सिंह भीड़ के हत्थे चढ़ गए। बाद में सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने दोनों को पीएमसीएच में भर्ती कराया।
महिलाओं को पीटकर वीडियो को किया वायरल
शनिवार को ही भी परसा थाना के सकरैचा व गोपालपुर थाना के बैरिया में दो विक्षिप्त महिलाओं को उन्मादी भीड़ न केवल पीटा, बल्कि वीडियो बनाकर उसे वायरल भी किया। दोनों जगहों पर विक्षिप्त महिलाओं को बच्चा चोर समझकर लोगों ने बुरी तरह पीटा। जानकारी मिलते ही पुलिस पहुंची और भीड़ के कब्जे से महिलाओं को मुक्त कराया।
परसा में भीड़ ने साधु को पीटा, थानेदार पर भी हमला
शुक्रवार को पटना के परसा के रहीमपुर में ग्रामीणों ने बच्चा चोरी का आरोप लगाते हुए एक साधु की जमकर पिटाई कर दी। अधमरा होने तक लोग साधु को पीटते रहे। सूचना मिलने पर पहुंचे थानेदार जयप्रकाश भीड़ से आरोपित को निकालने का प्रयास करने लगे तभी लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। आक्रोशित लोगों ने थानेदार की भी पिटाई कर दी। पुलिस जीप में भी तोडफ़ोड़ की। भीड़ के हमला से डरकर थानेदार के साथ आए अन्य पुलिसकर्मी भाग गए। थानेदार ने काफी मशक्कत कर साधु को अपने कब्जे में लिया और थाने आए। आरोपित को थाना लाने के दौरान ग्रामीणों के हमले से दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। साधु की पहचान जहानाबाद एरकी निवासी रामव्रत राठौर (40 वर्ष) के रूप में हुई थी।
मनेर में भी बच्चा चोरी के आरोप में विक्षिप्त को पीटा
मनेर के महिनावा टोला के समीप गुरुवार की रात ग्रामीणों ने बच्चा चोरी के आरोप में एक विक्षिप्त की जमकर पिटाई कर दी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपित को अस्पताल में भर्ती कराया। विक्षिप्त व्यक्ति की पहचान यूपी के देवरिया कैलानी निवासी हरिनारायण सिंह के रूप में हुई।
नौबतपुर में पुलिस ने पीटने से बचाया था वृद्ध को
नौबतपुर के मोहनीपोखर गांव समीप शुक्रवार को एक वृद्ध को बच्चा चोर कहकर लोगों ने बंधक बना लिया था। इसकी सूचना पुलिस को मिली तो त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर आरोपित को अपने कब्जे में लिया और थाने ले आई। पूछताछ में वृद्ध की पहचान रानिया तालाब निवासी के रूप में हुई। थानाध्यक्ष सम्राट दीपक के अनुसार वृद्ध दो दिनों से खाया तक नहीं खाया था। उसे खाना खिलाकर घर भेजा गया।
चोर समझ वृद्ध को मार डाला
इसके पहले पटना में ही उन्मादी भीड़ ने बुधवार को एक वृद्ध को मार डाला था। मोबाइल चोरी के शक पर भीड़ ने मानसिक रूप से अस्वस्थ हरिलाल पासवान (60) की बुरी तरह पिटाई कर दी, जिसके कारण पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। घटना गांधी मैदान थाना क्षेत्र में एक्जीबिशन रोड चौराहे के समीप शशि कॉम्प्लेक्स के पास बुधवार की तीन बजे हुई थी। थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पिटाई की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। इसमें कॉम्प्लेक्स का गार्ड रंजीत यादव, छाबड़ा स्पोर्ट्स नामक दुकान का कर्मचारी सोनू, टेंपो चालक योगेंद्र और पिकअप वैन चालक सुधीर यादव शामिल हैं। अब उनके खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है।
गया की महिला से मारपीट
गया में शुक्रवार को पति के शराब पीने की लत से परेशान महिला एक ओझा से मिलने जा रही थी। इसी दौरान खरांट गांव के ग्रामीणों ने उसे बच्चा चोर समझ पकड़ लिया और उसके साथ गालीगलौज व मारपीट की। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने महिला को मुक्त कराया। गया जिले के खिजरसराय थाना के सरबदहा निवासी राजेश ठठेरा को दो पुत्र व तीन पुत्रियां हैं। राजेश अक्सर शराब पीकर घर आता था। इसको लेकर उसकी पत्नी माधुरी देवी परेशान थी। परेशान माधुरी देवी शुक्रवार को थाना के बलियारी गांव एक ओझा से मिलने जा रही थी।
पुलिस की उड़ गई है नींद
बच्चा चोर की अफवाह उड़ा राह चलते लोगों की पिटाई करने की घटनाओं ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। मॉब लिंचिंग के इन मामलों में कुछ जगह मौका रहते पुलिस पहुंच गई तो कहीं देरी पर बवाल का सामना करना पड़ा। एसएसपी गरिमा मलिक ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है और मातहतों को निर्देश दिया है कि ऐसे गिरोह को जल्द से जल्द चिह्नित करें, ताकि बड़ी वारदात और विधि-व्यवस्था की समस्याओं पर अंकुश लगाया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने भीड़ तंत्र पर प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तारी सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया है।
साइबर सेनानी को बनाएं प्रभावी
थानाध्यक्षों ने पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर अपने क्षेत्र के प्रबुद्ध और समाजसेवा में सक्रिय लोगों को साथ लेकर एक वाट्सएप ग्रुप बनाया है, जिसका नाम साइबर सेनानी रखा गया है। इसका उद्देश्य है कि सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित गलत समाचार और अफवाहों की जानकारी ग्रुप में दी जाए, ताकि थानाध्यक्ष फौरन उस पर कार्रवाई कर सकें। हालांकि ग्रुप का मकसद लोग समझ नहीं पाए हैं। एसएसपी ने थानाध्यक्षों को निदेशित किया है कि वे ग्रुप को प्रभावी बनाएं।
माइक से उद्घोषणा करा रही पुलिस
पटना पुलिस वाट्सएप ग्रुप और फेसबुक सहित अन्य माध्यमों से लोगों से अपील कर रही है कि अफवाहों पर ध्यान नहीं दिया जाए। अगर कोई आपत्तिजनक वीडियो, ऑडियो या फोटो भेज कर लोगों को हिंसा के लिए उत्तेजित करता हो, तो इसकी जानकारी तुरंत 100 नंबर अथवा स्थानीय थाने को दें। एसएसपी ने बताया कि माइक से कुछ इलाकों में उद्घोषणा भी कराई गई है। साथ ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को कहा गया है कि वे अपने क्षेत्र के भीड़ वाले स्थानों पर लगातार सूचना प्रसारित कराते रहें।
पुलिस के प्रयासों पर पानी फेर रही है उन्मादी भीड़
पुलिस के लगातार प्रयास व अपील के बाद भी उन्मादी भीड़ पानी फेर रही है। मॉब लिंचिंग की वारदातों को लगातार अंजाम दे रही है। खासकर इन दिनों पटना व आसपास इलाकों में जिस तरह से उन्मादी हिंसा बढ़ती जा रही है, उससे पूरा प्रशासन चिंता में है।