लखनऊ. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के समर्थन में पार्टी के हस्ताक्षर अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए लखनऊ की लड़कियों का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा है कि इसी साहस ओर एकता से अपराधियों को चुनौती दी जा सकती है।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि उन्नाव की बेटी के समर्थन में इतनी मजबूती के साथ आगे आने के लिए लखनऊ की लड़कियों का धन्यवाद किया। इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कालेजों के बाहर लगाये गये बोर्ड पर लड़कियों द्वारा हस्ताक्षर करने के फोटो भी टैग किए हैं। प्रियंका गांधी ने कहा, ‘आज लखनऊ की लड़कियाँ भारी संख्या में उन्नाव की बेटी को न्याय दिलाने के लिए हस्ताक्षर अभियान में हिस्सा ले रही हैं।’
उन्होंने कहा, ‘अपराधियों को सरंक्षण और बलात्कार जैसे जघन्य अपराध करने के बाद भी अपराधियों के मन में कोई भय न होने को चुनौती इसी साहस और एकता से दी जा सकती है।
प्रियंका ने शनिवार से राज्यव्यापी तीन दिवसीय हस्ताक्षर अभियान चलाने का ऐलान किया था। इसके बाद उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग के लिए समर्थन जुटाने के लिए प्रदेश कांग्रेस ने हस्ताक्षर अभियान चलाने का फैसला किया था। इस प्रदेश व्यापी अभियान का शुभारंभ शनिवार को हुआ था जो छह अगस्त तक चलेगा।
कांग्रेस के प्रदेश सचिव शैलेंद्र तिवारी ने बताया कि लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर यह हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। उन्नाव पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए यह शुरू किया यगा है। इसमें काफी संख्या में छात्राएं शामिल हो रह हैं। उम्मीद है कि इससे प्रदेश सरकार की नींद टूटेगी और पीड़िता को न्याय मिलेगा।
हादसे में घायल पीड़िता की हालत अभी भी नाजुक
दुष्कर्म पीड़िता का परिवार रायबरेली जाते वक्त 28 जुलाई को हादसे का शिकार हो गया था। इसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी। जबकि पीड़िता और उसके वकील की हालत गंभीर है। सुप्रीम कोर्ट ने इस पूरे मामले से जुड़े सभी केसों को दिल्ली ट्रांसफर करने के निर्देश दिए हैं। हादसे का केस जांच पूरी होने के बाद ट्रांसफर किया जाएगा। कोर्ट ने पीड़िता के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराए जाने के निर्देश भी दिए थे।
2017 में हुआ था पीड़िता के साथ दुष्कर्म
पीड़िता से 2017 में सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। आरोप है कि विधायक कुलदीप सेंगर और अन्य ने नौकरी दिलाने के बहाने लड़की से दुष्कर्म किया। पीड़िता उस वक्त नाबालिग थी। बाद में पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। आरोप है कि उसके पिता से विधायक ने ही मारपीट की थी। पिता की मौत के बाद पीड़िता ने लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह की कोशिश की थी। इसके बाद एसआईटी को जांच सौंपी गई थी। अभी जांच सीबीआई के पास है। बुधवार को भाजपा ने विधायक सेंगर को पार्टी से निष्कासित कर दिया। सेंगर अभी सीतापुर की जेल में है।