इंदौर। दो माह पहले ओएलएक्स से मोबाइल मंगवाया तो नकली निकल गया। इससे मुझे आइडिया मिला और ठगी का रास्ता अपना लिया। डेढ़ महीने में ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजन को 15 लाख रुपए की चपत लगा दी। यह खुलासा उस एमआर का है, जिसे अमेजन कंपनी की शिकायत पर धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
भंवरकुआं थाने के नगर निरीक्षक संजय शुक्ला के अनुसार कंपनी के लीगल एडवाइजर विशाल राव की शिकायत पर भावनगर (गुजरात) के शाहरुख और रियाज को गिरफ्तार किया गया है। शाहरुख नौवीं तक पढ़ा है और रियाज एमआर है। पूछताछ में उन्होंने बताया कि 2 माह पहले उन्होंने ओएलएक्स से मोबाइल फोन मंगवाया था। बॉक्स खोला तो नकली निकल गया। मोबाइल व्यापारियों से संपर्क किया तो बताया मनीष मार्केट मुंबई में नामी कंपनियों के हूबहू मोबाइल फोन 2 हजार रुपए में मिल जाते हैं।
रियाज ने दुकानदार से संपर्क किया और 40 मोबाइल का बॉक्स मंगवा लिया। गुजरात में हवाला का कारोबार खुलेआम होता है तो रुपए भी हवाला से भिजवा दिए। डेढ़ महीने में करीब 30 असली फोन खरीदे और नकली से रिप्लेस कर दिए। इस तरह करीब 15 लाख रुपए की चपत अमेजन को लगी।
गुजरात के पटेल मार्केट के व्यापारियों से संपर्क हो चुका था। अमेजन से खरीदे फोन उन्हें बेच दिए। नगर निरीक्षक के अनुसार आरोपित शातिर हैं। शहर और ठिकाना बदल लेते हैं। कुछ दिन होटल में ठहरते हैं और ऑर्डर कर कोरियर बॉय को चौराहे पर बुलाते हैं। गुरुवार को पुलिस ने होटल में दबिश दी तो 40 फोन का बॉक्स मिल गया। टीआई ने कंपनी को पत्र लिख जानकारी मांगी है कि आरोपितों ने उनके मोबाइल से कितने फोन बुक किए हैं? दोनों को रिमांड पर भी लिया गया है।