लखनऊ
U.P Rodwage के एमडी राजशेखर ने ऐक्सीडेंट कम करने के लिए लंबी दूरी की बसों में आगे और पीछे कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इससे अगर चालक की गलती से हादसा होगा तो आसानी से पता चल सकेगा। एमडी के अनुसार कैमरे लगने से निर्धारित से तेज रफ्तार में बस चलने पर तुरंत पता चल जाएगा।
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही साथ रास्ते में गलत तरीके से बस रोकने पर भी कंट्रोल रूम को सूचना मिल जाएगी। बस में आगे-पीछे कैमरे लगने से सामने से आने वाले या फिर पीछे से ओवरटेक करने वाले वाहन के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी। सड़क खराब होने, निर्धारित कैंटीन पर ठहरने सहित कई महत्वपूर्ण जानकारी भी मिलती रहेगी। इसके साथ ही ड्राइवर भी अनुशासन से बस चलाएंगे।
सितंबर से तीन रूट की बसों में लगेंगे कैमरे
सितंबर से लखनऊ-आगरा-दिल्ली वाया एक्सप्रेस-वे, लखनऊ-बरेली-दिल्ली और लखनऊ-फैजाबाद-गोरखपुर मार्ग की बसों में सीसीटीवी लगाने का काम शुरू हो जाएगा। अगले साल तक लंबी दूरी की सभी बसों में कैमरे लग जाएंगे। प्रत्येक कैमरे की कीमत करीब 10 हजार रुपये बताई जा रही है। कुल 680 बसों में 1400 सीसीटीवी कैमरे लगेंगे।