मालवा-निमाड़। मध्यप्रदेश के मालवा-निमाड़ इलाके में तेज बारिश का सिलसिला जारी है। शाजापुर जिले के कालापीपल मंडी में शनिवार शाम 7 बजे से शुरू हुई मूसलाधार बारिश का सिलसिला रविवार सुबह तक जारी रहा। यहां 12 घंटे में 6 इंच बारिश दर्ज की गई है। पास के खोकरा कला गांव में भारी बारिश के कारण घरों में पानी भर गया है। यहां घरों में निचला हिस्सा पूरी तरह डूब गया है। लोग छतों या अपने घर की दूसरी मंजिल पर या अन्य लोगों के साथ रहने को मजबूर हो गए हैं। इंटरनेट और विद्युत व्यवस्था प्रभावित हो गई है।
खोकराकला गांव में बाढ़ जैसे हालात हैं। लगातार बारिश होने और पास के गांव में तालाब फूटने से गांव में 8 से 9 फीट तक पानी भर गया है। ग्रामीण घर की छतों पर बैठे हैं। जिन्हें रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की तैयारी है। शाजापुर से रेस्क्यू टीम रवाना हो गई है। कलेक्टर-एसपी भी पहुंच रहे हैं। जिले में पिछले 24 घंटे में 177 मिमी यानी 7 इंच बारिश चुकी है। आगर- मालवा जिले में पिछले 24 घंटे में 74.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है। नलखेड़ा में 4 इंच बारिश हुई है।
मंदसौर के मल्हारगढ़ में 12 घंटे में साढ़े आठ इंच बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। निचली बस्तियों में 30 से अधिक मकानों और दुकानों में पानी भर गया। तीन कच्चे मकान धराशायी हो गए। पानी इतनी तेजी से आया कि घरों के बाहर खड़ी टवेरा, ट्रैक्टर-ट्रॉली, जनरेटर तक बह गए। 10 से अधिक मवेशियों की भी मौत हो गई।
मंदसौर में आफत बनकर आई बरसात : मंदसौर जिले में बस्तियों में पानी भरने पर शुक्रवार रात प्रशासनिक अमला प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचा। नारायणगढ़ में भी लाखों का नुकसान हुआ है। करीब 10 मकान ढह गए। मल्हारगढ़ क्षेत्र में गाडगिल सागर के चार और रेतम बैराज के 24 गेट खोले गए।