ईरान कि रक्षा मंत्रालय के एक पूर्व कर्मचारी को फांसी की सजा दी गई है। उसे अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के लिए जासूसी करने का दोषी पाया गया था। शनिवार को जारी इस टीवी रिपोर्ट में कहा गया है कि जलाल हाजीज़वार को आखिरी हफ्ते में तेहरान के नजदीक एक जेल में फांसी दे दी गई। अदालत में स्वीकार किया कि सीआईए के लिए जासूसी करने के एवज में उसे पैसे दिए गए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि संबंधित अधिकारियों ने जलाल के आवास से जासूसी उपकरण भी जब्त किए थे। जलाल की पत्नी को भी जासूसी में मदद करने के लिए कोर्ट ने 15 साल के कैद की सजा सुनाई है।
अमेरिका के विवेक को ‘कमजोरी’ समझने की भूल नहीं करे ईरान
वहीं दूसरी ओर खाड़ी देश में बढ़े तनाव के बीच ईरान नें अमेरिका को चेताया है। ईरान ने कहा कि क्षेत्र में अमेरिकी हमले का करारा जवाब देंगे। ईरान की सेना ने कहा कि क्षेत्र में शुरू हुआ संघर्ष अनियंत्रित हो सकता है और अमेरिकी सैनिकों की जान खतरे में पड़ सकती है। वहीं अमेरिका ने ईरान को आगाह करते हुए कहा कि ईरान पर हमले को आखिरी क्षण में रद्द करने के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले को ईरान कमजोरी समझने की भूल न करे।ईरानी सेना के शीर्ष कमांडर मेजर जनरल गोलाम अली राशिद ने कहा है कि ईरान अपने खिलाफ होने वाली किसी भी तरह की अमेरिकी सैन्य कार्रवाई का पूरा जवाब देगा राशिद ने कहा कि हम न तो युद्ध के पक्ष में थे और न ही हैं लेकिन अगर हम पर कोई हमला होता है तो अपने हितों की रक्षा बखूबी करेंगे। ईरान की सेना द्वारा एक शक्तिशाली अमेरिकी ड्रोन को मार गिराए जाने के बाद से क्षेत्र में तनाव बरकरार है। ट्रंप ने हमले का आदेश भी दे दिया था पर आखिरी मिनटों में उन्होंने इसे वापस ले लिया।
कि रक्षा मंत्रालय के एक पूर्व कर्मचारी को फांसी की सजा दी गई है। उसे अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के लिए जासूसी करने का दोषी पाया गया था। शनिवार को जारी इस टीवी रिपोर्ट में कहा गया है कि जलाल हाजीज़वार को आखिरी हफ्ते में तेहरान के नजदीक एक जेल में फांसी दे दी गई।