अगर कोई पौधा न्यूनतम पानी जरूरत के साथ पनप जाए और अपने फलों से आपके पोषण की तमाम जरूरतों को पूरा करने लगे तो उसे लगाना समझदारी ही कही जाएगी। वूड एप्पल या कैथा ऐसा ही फल है जिसका पेड़ बिना किसी ज्यादा मशक्कत के अपने आप उग जाता है लेकिन इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि इसके प्रति लोगों की उदासीनता के चलते यह प्रजाति तेजी से खत्म हो रही है। भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका का यह स्थानीय वृक्ष अपने तमाम गुणों के बावजूद लोगों के दिलों में जगह नहीं बना पाया है।
वानस्पतिक नाम
लिमोनिया एसीडिसिमा वृक्ष एक नाम अनेक: बंगाली में कठबेल, गुजराती में कोथु, कन्नड़ में बेले, मलयालम और तमिल में पजम, मराठी में कवथ, उड़िया में कैथा, संस्कृत में कपित्य और तेलुगु में वेलेगा पंडु कहते हैं।
जीवट पेड़: नौ मीटर लंबा कैथा का पेड़
सामान्यत: सभी स्थानों पर देखने को मिलता है, परंतु खास तौर पर यह शुष्क स्थानों पर उगने वाला फल है। यह बहुत अधिक तापमान पर भी पुष्पित-पल्लवित हो जाता है। सभी तरह की मृदा में लगाया जा सकता है। सूखे क्षेत्रों में आ
फल
5-9 सेमी परिधि वाले इसके गोल फल अत्यंत पौष्टिक होते हैं। कच्चे पर खट्टे और पकने पर मीठे होते हैं। दोनों को ही चाव से खाया जाता है।
सानी से पनप जाता है। पौधा संभल जाने के बाद बहुत कम देखभाल की जरूरत पड़ती है।