बलिया: शिक्षा क्षेत्र हनुमानगंज के प्राथमिक विद्यालय नंबर एक पर मंगलवार की सुबह आंगनबाड़ी की पंजीरी खाने से करीब एक दर्जन से अधिक बच्चे खुजली की समस्या से परेशान हो गए। बच्चों में अचानक हुई समस्या से स्कूल के शिक्षकों आदि में हड़कंप मच गया।
बच्चों की समस्या को देख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता साबिना खातून ने इसकी जानकारी तत्काल प्रधानाचार्य बृजेश सिंह को दी। प्रधानाचार्य ने बच्चों में हो रही समस्या को देख उन्हें नहाने के लिए घर भेज दिया। इस बीच मामले की जानकारी होते ही आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए जिससे काफी भीड़ जमा हो गई। इसे लेकर विद्यालय में घंटों अफरातफरी जैसी स्थिति रही। इधर घर गए बच्चे स्नान आदि करने के बाद अभिभावकों संग फिर स्कूल पर गए। इसकी वजह से घंटों पंचायत होती रही। सुबह करीब दस बजे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता साबिना खातून ने केंद्र पर आए कक्षा दो व तीन के करीब 20 बच्चों को पंजीरी खाने के लिए दिया। इसमें पंजीरी खाने के साथ ही सागर सोनी, गुड़िया, अन्नू यादव, अंजली, अंशु, अर्चना, शिवम, रोशनी, पार्वती, साक्षी, सोनी, खुशबू, खुशी व शाह आलम के पूरे शरीर में खुजली होने लगी। इसको देखकर कार्यकर्ता घबरा गई और मामले की जानकारी दी। प्रधानाचार्य द्वारा घर भेजे जाने के बाद बच्चे स्नान करके फिर अभिभावकों के साथ स्कूल पर आ गए। अभिभावकों ने पूछा कि बहुत जल्दी छुट्टी क्यों हो गई तो प्रधानाचार्य ने पूरी घटना बताई। इसको लेकर हो-हल्ला होने लगा तो प्रधानाचार्य बृजेश सिंह, ग्राम प्रधान सदरे आलम मंटू व गांव के कई लोगों ने पंजीरी को सबके सामने चखा लेकिन उनको कुछ परेशानी नहीं हुई। ऐसे इसके बाद ही लोगों का आक्रोश शांत हुआ। मामले में प्रधानाचार्य ने कहा कि गर्मी की वजह से बच्चों में परेशानी हुई थी। एक कमरे में करीब 60 बच्चे बैठते हैं जिससे गर्मी में इस तरह की दिक्कत हो गई होगी। पंजीरी इसी महीने की बनी हुई है जिससे इससे कुछ परेशानी होने का सवाल ही नहीं है। इसमें किसी चीज की एलर्जी आदि से भी इस तरह की दिक्कत हो गई होगी। हालांकि इसकी जानकारी के बाद मौके पर बीआरसी से भी कुछ लोग पहुंच गए। एहतियात के तौर पर इन बच्चों को मध्याह्न भोजन भी नहीं दिया गया।