अब इसके लिए जीडीए का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। 300 वर्ग मीटर तक के नक्शे को उसी दिन पास करके देने का निर्देश दिया गया है। लेकिन 300 वर्ग मीटर से अधिक का आवासीय नक्शा है तो उसे 30 दिन के अंदर पास करना होगा। 300 वर्ग मीटर से अधिक व्यावसायिक, कार्यालय, ग्रुप हाउसिंग और ले-आउट प्लान का नक्शा है तो उसे पास करने में 90 दिन का समय लगेगा। यह आदेश जीडीए वीसी कंचन वर्मा ने जारी किया है।
उन्होंने साफ किया है कि अगर इस अवधि के भीतर नक्शा पास किए जाने की कार्रवाई पूरी नहीं होती है तो इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारी जिम्मेदार होंगे। यही नहीं इस पूरे प्रोसेस पर नजर रखने की जिम्मेदारी चीफ आर्किटेक्ट टाउन प्लैनर (सीएटीपी) को सौंपी गई है। इसके लिए जीडीए के कमरा नंबर 5 में मानचित्र सूचना केंद्र खोला गया है। सोमवार से यह केंद्र पूरी तरह से काम करना शुरू कर देगा।
सूचना केंद्र में जेई रहेंगे तैनात
जीडीए सचिव रविंद्र गोडबोले ने बताया कि मानचित्र सूचना केंद्र में पब्लिक को मानचित्र स्वीकृति के लिए विकास शुल्क, मेट्रो सेस, निरीक्षण शुल्क, अनुरक्षण शुल्क, बेटरमेंट शुल्क के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। यदि किसी भी प्रकार की जानकारी जूनियर इंजीनियर को न हो तो वह संबंधित अधिकारी से पूछकर आवेदक को उपलब्ध कराएंगे। इस पूरे प्रोसेस में अगर कहीं पर खामी मिलती है तो संबंधित जेई पर एक्शन लिया जाएगा। इसके लिए हर रोज अलग-अलग जूनियर इंजीनियर तैनात होंगे। सोमवार को विजय चौहान, मंगलवार भगवान दास मौर्य, बुधवार अशोक शर्मा, गुरुवार जावेद, शुक्रवार सतीश व शनिवार को धनंजय सिंह तैनात रहेंगे।
मिलेगी सुविधा
यदि कोई भी जीडीए के मास्टर प्लान, जोनल प्लान और भवन उपविधियों की कॉपी को खरीदना चाहता है तो यह सुविधा भी मानचित्र सूचना केंद्र में उपलब्ध होगी। पहले इसे हासिल करने के लिए लोगों को काफी भटकना पड़ता था।
ऑनलाइन सिस्टम भी
मानचित्र सूचना केंद्र के बाहर एक ऑनलाइन सिस्टम लागू होगा, जहां पर मानचित्र से संबंधित कोई भी सूचना आप प्राप्त कर सकते हैं। यह सिस्टम प्राधिकरण के कम्प्यूटर सेक्शन द्वारा स्थापित किया जाएगा।