दुष्कर्म के आरोपित सिपाही को जिला कारागार में अलग रखने तथा सुविधाएं मुहैया कराने पर भड़के बंदियों का आंदोलन दूसरे दिन सोमवार को भी जारी रहा। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने आंदोलनरत बंदियों से बातचीत भी की, लेकिन वह भोजन करने को तैयार नहीं हुए। इस बीच, सोमवार की शाम को तबियत बिगड़ने के बाद जेल में बंद छात्रनेताओं में से चार को जिला अस्पताल में भेज दिया गया।
रेवती थाना क्षेत्र के गोपालनगर पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही धरम को शुक्रवार की रात किशोरी के साथ दुष्कर्म के आरोप में पकड़ा गया। शनिवार की शाम पुलिस ने सिपाही को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। आरोप है कि जेल के अंदर सिपाही को अलग रखा गया तथा उसे अतिरिक्त सुविधाएं भी दी गयीं। बताया जाता है कि इस बात से खफा जेल के अन्य कैदी रविवार की सुबह भड़क गये तथा खाने का बहिष्कार कर दिया। टीडी कालेज में हुए विवाद के बाद जेल गये छात्रनेताओं की मौजूदगी ने इस आंदोलन को और भी हवा दे दी। सभी जेल में ही धरना पर बैठ गये तथा जेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जेल के अधिकारियों ने ही उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह डीएम को बुलाने की मांग पर अड़े रहे।
जेल अधीक्षक की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार पांडेय तथा सीओ सिटी हितेन्द्र कृष्ण जेल में पहुंचे तथा बंदियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें भी सफलता नहीं मिल सकी। जेल अधीक्षक ने रात में भोजन बनवाया तथा कैदियों से बातचीत कर खाने के लिये राजी करने का प्रयास किया, हालांकि आंदोलन समाप्त नहीं हो सका।
सोमवार की सुबह कैदियों ने न तो नाश्ता किया और न ही भोजन। बंदी जेल के अंदर की व्यवस्था में सुधार करने की मांग करने के साथ ही आरोपित सिपाही को सामान्य बंदी की सुविधा देने की मांग कर रहे थे।
जिला जेल में दो दिन पहले पहुंचे छात्र नेताओं ने आंदोलन किया है। रविवार की रात अधिकांश बंदियों ने भोजन किया। जेल के अंदर के हालात सामान्य है। छात्र नेताओं से बातचीत की जा रही है।