बलिया में जिस तरह सिरफिरे लड़को ने स्कूल जा रही छात्रा को दिनदहाड़े गलारेत कर हत्या कर दिया।उसके बाद पीड़ित परिवार को धमकी देंना यूपी सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नही है।जिस सरकार में एंटीरोमियो का गठन लड़कियों को महफूज रहने के वातावरण पैदा करने के लिए हुआ। उसी सरकार के कार्यकाल में थाने से कुछ ही मीटर की दूरी पर सरेआम लड़की की हत्या करना। सरकार और समाज को कलंकित करता है।
योगी सरकार लड़कियों की सुरक्षा की तमाम दावे कर ले, लेकिन रागिनी हत्या काण्ड ने तमाम दावों की पोल खोलकर रख दिया है।
मोदी जी एक तरफ तो बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ पर लछेदार भाषण देते है, उन्ही की पार्टी के शासनकाल में स्कूल जा रही लड़की की हत्या पीएम के दावे को कलंकित किया जा रहा है।
सबसे बड़ी विडंबना यह है कि इतनी बड़ी वारदात के बाद भी योगी सरकार के कोई मंत्री पीड़ित परिवार को संतावना देने तक नही गया।हिम्मत बंधाने नही पहुचा।