नोटबंदी के बाद से बैंकों में पैसे जमा करने का सिलसिला जारी है। नोटबंदी के फैसले के बाद देश के जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों (DCCBs) में सिर्फ पांच दिनों के अंदर 9,000 करोड़ की रकम जमा हो गई थी।
यह हैरानी की बात इसलिए है क्योंकि नोटबंदी के पहले तक DCCB की सभी ब्रांच नुकसान में जा रही थीं। हालांकि, DCCB का उठाया जा रहा फायदा ज्यादा दिन तक नहीं चल पाया क्योंकि जैसे ही यह बात रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नोटिस में आई उन्होंने सभी DCCB के किसी भी खाते में पुराने नोट जमा करवाने पर रोक लगा दी। एक्सपर्ट का मानना है कि सिर्फ पांच दिन में ही यह साफ हो गया कि DCCB के ज्यादातर खातों का इस्तेमाल कालेधन को सफेद करने के लिए हुआ।