इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक इन कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि वो रोजाना पेट्रोल और डीजल की कीमतों की समीक्षा कर रहे हैं। इस सिलसिले में वरिष्ठ अधिकारियों ने ऑयल मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान और अन्य अधिकारियों से बातचीत की।
आपको बता दें कि अभी 15 दिनों के अंदर तेल की कीमतों में बदलाव होता है। लेकिन इस पर फैसला आने के बाद तेल की कीमतों में रोजाना बदलाव होगा। तेल की कीमतों में रोजाना बदलाव का मतलब ये है कि तेल की कीमतों में ज्यादा तेजी से बढ़ोतरी या गिरावट देखने को मिलेगी। इससे तेल ग्राहकों को अचानक झटका नहीं लगेगा क्योंकि हर दिन तेल की कीमतें रोजाना कुछ पैसे ही बढ़ेंगी या घटेंगी।
आपको बता दें कि सरकारी तेल कंपनियों ने 31 मार्च को पेट्रोल की कीमत में 3.77 रुपये प्रति लीटर और डीजल में 2.91 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि रोजाना ईंधन मूल्य की समीक्षा के विचार पर चर्चा पहले से ही चल रही है। हालांकि अब इसे लागू करने के लिए हमने प्रौद्योगिकी विकसित कर ली है। अधिकतर फीलिंग स्टोशनों पर ऑटोमेशन, डिजिटल टेक्नोलॉजी की उपलब्धता और सोशल नेटवर्क की वजह से कंपनियों के देशभर के पेट्रोल पंपों पर कीमतों में बदलाव को लागू करना काफी आसान हो गया है।