ठंड और शीतलहर बुर्जुर्गों पर कहर बरपा रहा है। ठंड के प्रकोप से ब्रेन हैमरेज से पीड़ित मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई है। राजधानी के दो अस्पतालों में पिछले 72 घंटे में इसके शिकार 47 लोग पहुंचे हैं। ये सभी 60 से 75 वर्ष आयुवर्ग के हैं। इनमें से 35 आईजीआईएमएस में और 15 पीएमसीएच में भर्ती कराए गए हैं। आईजीआईएमस के न्यूरो सर्जरी और न्यूरो मेडिसीन वार्ड में अब एक भी बेड खाली नहीं बचा है।
आईजीआईएमएस में भर्ती ज्यादातर मरीज लकवाग्रस्त हो गए हैं। यह जानकारी अस्पताल के डॉ. मनीष मंडल ने दी। उन्होंने बताया कि भर्ती सभी मरीज डायबिटिज और उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं। पीएमसीएच इमरजेंसी में ब्रेन हैमरेज के शिकार 15 बुजुर्ग भर्ती हैं। इमरजेंसी के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अभिजीत ने बताया अत्यधिक ठंड बुजुर्गों पर भारी पड़ रही है। यह है कारण : बुजुर्गों में रक्त संचार कम हो जाता है। जाड़े के मौसम में खून के थक्के बन जाते हैं। यही खून के थक्के ब्रेन की नलियों को फाड़ देते हैं। यही ब्रेन हेम्ब्रेज या ब्रेन स्ट्रोक का कारण होता है। जिन मरीजों को ब्लड प्रेशर और डायबिटिज की बीमारी होती है, उनमें ब्रेन स्ट्रोक का खतरा चार गुणा बढ़ जाता है।
क्या न करें
1. ठंडे पानी से स्नान नहीं करें 2. मॉर्निंग वॉक न करें 3. सुबह में बिस्तर-कंबल से अचानक नहीं निकलें 4. मौजा और दस्ताने पहने रहें 5. बीपी और शुगर की दवाओं का सही डोज लें, डॉक्टर से संपर्क करें।