सूत्रों के अनुसार रॉबर्ट वाड्रा और प्रियंका गांधी के बेटे रेहान को अचानक लगी चोट ने कांग्रेस की पूरी योजना पर पानी फेर दिया। बताते हैं कि रेहान को खेलने के दौरान आंख के पास काफी गंभीर चोट लगी थी।
रेहान की आंख बचाने के लिए उन्हें तत्काल सर गंगाराम अस्पताल ले जाया गया और नई दिल्ली से हैदराबाद तक के चिकित्सकों से संपर्क किया गया। ऐसे में रेहान की तीरमारदारी में प्रियंका और परिवार के अन्य सदस्यों को व्यस्त होना पड़ा। इस बात की जानकारी अखिलेश यादव को भी दे दी गई थी। बहरहाल, अब धीरे-धीरे रेहान के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
टीम राहुल के एक सदस्य के मुताबिक प्रियंका पर्दे के पीछे से चुनाव तैयारियों को लेकर सक्रिय रहती थीं। वह राहुल गांधी व अपने कार्यालय को संभालने के साथ ही पार्टी के रणनीतिकारों से चर्चा करने से लेकर रणनीति को अंतिम रूप देने में अहम भूमिका निभाती थीं।
इतना ही नहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से विचार-विमर्श का जिम्मा भी वह खुद निभाती थीं, लेकिन अचानक बेटे को चोट लगने के कारण उन्हें काफी हद तक अपनी जिम्मेदारियों से किनारा करना पड़ा। जहां तक चुनाव प्रचार की बात है तो प्रियंका सिर्फ रायबरेली और अमेठी ही गईं। वहां भी उन्होंने भरपूर प्रचार नहीं किया। सूत्र मानते हैं कि इसका चुनाव प्रचार की मानिटरिंग पर बड़ा असर पड़ा है।