बुधवार देर रात करीब 11 बजे शालीमार गार्डन एकता पार्क के पास पुलिस गश्त कर रही थी, तभी कुछ लोगों ने शोर मचाया कि एक युवक बैग लेकर भाग रहा है। पुलिस ने उसे पकड़ने का प्रयास किया तो वह बैग छोड़ कर भाग निकला।
पुलिस ने बैग खोला तो उसमें 500 और एक हजार के पुराने नोट निकले। पुलिस ने शोर मचा कर नोटों को अपना बता रहे तीन युवकों को भी हिरासत में ले लिया और आयकर विभाग की टीम को सूचना दी।
बैग में कुल 31.64 लाख की पुरानी करेंसी निकली, जिसमें पांच सौ के 4864 और एक हजार के 732 नोट थे। पकड़े गए युवकों में प्रॉपर्टी डीलर परमजीत सिंह निवासी विष्णु गार्डन तिलक नगर दिल्ली, कैमरा कारोबारी ऋषि कपूर निवासी पंचकूला हरियाणा और मनी एक्सचेंजर का साथी श्यामवीर निवासी बागपत हैं। जबकि मनी एक्सचेंजर अतुल निवासी इसरौली लोनी भाग गया।
इनकम टैक्स ऑफिसर राहुल गौतम और बीबी सिंह ने बताया कि अतुल ने परमजीत और ऋषि को पुराने नोट बदलवाने के लिए बुलाया था, मगर उनके रुपये लेकर भाग रहा था। रुपयों को सीज कर पकड़े गए युवकों से पूछताछ की जा रही है।
उधर, परमजीत सिंह ने बताया कि प्रॉपर्टी कारोबार के दौरान उनके पास यह पैसा आया था, जो वह 30 दिसंबर तक बदल नहीं सके। अतुल ने उनसे संपर्क कर रुपया बदलवाने का दावा किया था।
एनआरआई के जरिए रुपये बदलवाने का दिया झांसा, बाद में लूट की कोशिश
परमजीत ने बताया कि उनकी मुलाकात एक दोस्त के जरिए कुछ दिन पहले अतुल से हुई थी, जबकि ऋषि की भी अतुल से बात दिल्ली निवासी एक दोस्त के जरिए हुई थी। अतुल ने कहा था कि एनआरआई के जरिए वह इस रुपये को सीधे आरबीआई से बदलवा देगा।
बुधवार को जब वह रुपये लेकर पहुंचे तो अतुल उनसे रुपयों से भरा बैग लेकर भागने लगा। इस दौरान शोर मचाने पर गश्त कर रही पुलिस ने उसे घेर लिया। अतुल रुपयों का बैग छोड़कर भाग निकला। हालांकि उसके साथ आया श्यामवीर पुलिस की गिरफ्त में आ गया।
बड़े रैकेट से जुड़े हो सकते हैं अतुल के तार
आईटीओ राहुल गौतम ने बताया कि नोट बदलने की सीमा खत्म होने के बाद अब सिर्फ एनआरआई ही सीधे आरबीआई में पुराने नोट जमा करवा सकते हैं। ऐसे में उन्हें शक है कि कोई बड़ा एनआरआई गिरोह भी अतुल से जुड़ा हो सकता है। अतुल उनसे नोट लेकर भाग रहा था, क्योंकि उसे पता था कि परमजीत अपने पकड़े जाने के डर से करेंसी के लुटने की शिकायत पुलिस से नहीं करेगा।
मुरादनगर में 1.90 करोड़ रुपये की नई करेंसी पकड़ी
पुलिस ने बृहस्पतिवार रात करीब 10 बजे सीएमएस कंपनी की कैश वैन पकड़ी, जिसमें एक करोड़ 90 लाख की नई करेंसी थी। वैन में छह लोग सवार थे, जिनसे पूछताछ की जा रही है। शुक्रवार सुबह आयकर विभाग की टीम छानबीन करेगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मुरादनगर पुलिस ने चेकिंग केदौरान मेन रोड से सीएमएस कंपनी की एक वैन को रोका। चालक से पूछताछ की तो उसने बताया कि कैश वैन है, पीएनबी के एटीएम में कैश जमा करने जा रहे हैं।
एसओ मुरादनगर हरिदयाल यादव ने बताया कि चालक ने कैश वैन में 50 लाख रुपये होना बताया। जांच की गई तो पता चला कि वैन में एक करोड़ 90 लाख रुपये हैं। पुलिस वैन को लेकर थाने पहुंची।
निवार्चन आयोग केरिटर्निंग ऑफिसर चंद्रभान सिंह, फ्लाइंग स्क्वायड से यतेंद्र गोस्वामी और एएसपी आशीष श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और छानबीन की। कैश वैन में चालक, दो कर्मचारी और तीन सिक्योरिटी गार्ड थे।
रिटर्निंग ऑफिसर चंद्रभान सिंह का कहना है कि प्रथम दृष्टया लग रहा है कि रुपये बैंक के हैं, लेकिन कैश वैन सवार लोग पूरे दस्तावेज नहीं दिखा पाए हैं। जांच के लिए आयकर विभाग की टीम को बुलाया गया है, जो सुबह आएगी।