मुख्यमंत्री ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर 30 करोड़ वृक्षारोपण अभियान की तैयारियों एवं प्रगति के संबंध में समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि समय रहते पौधों की नर्सरी और गड्ढों की खुदाई की कार्य को पूरा कर लिया जाए।
उन्होंने 30 करोड़ वृक्षारोपण के लिए रणनीति बनाते हुए ग्राम पंचायतों, शहरी क्षेत्रों, रोपण क्षमता, वृक्षों की प्रजातियों, स्थलों व लाभार्थियों को चिन्ह्ति करने के निर्देश दिए। वृक्षारोपण एक्सप्रेस-वे, हाई-वे, सड़क, नहर, औद्योगिक परिसर, राजकीय भूमि सहित अन्य उपयुक्त स्थलों पर किया जाए।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में एक औषधि वाटिका की स्थापना की सम्भावनाओं पर कार्य किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 100 वर्षों से अधिक आयु के वृक्षों को चिन्हित कर उन्हें ‘हेरिटेज ट्री’ के रूप में संरक्षित किया जाए। वन एवं पर्यावरण मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि उत्तर प्रदेश विगत वर्षों में सर्वाधिक वृक्षारोपण करने वाला राज्य बना है।
टारगेट तय किया गया
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि 30 करोड़ पौधों को रोपित करने के लक्ष्य में वन विभाग10.80 करोड़, ग्राम्य विकास विभाग 10.56 करोड़, कृषि विभाग 2.01 करोड़, उद्यान विभाग 1.33 करोड़, पंचायतीराज विभाग 1.20 करोड़, राजस्व विभाग 1.20 करोड़, पर्यावरण विभाग 1.20 करोड़ पौधरोपण शामिल हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जुलाई के प्रथम सप्ताह में वन महोत्सव के अवसर पर पूरे प्रदेश में 30 करोड़ वृक्षारोपण के लक्ष्य को सफल बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हर हाल में कामयाब बनाया जाए।