देश के 24 प्रांतों तक अपना नेटवर्क फैला चुके धर्मांतरण गैंग की फंडिंग इस समय यूपी एटीएस के रडार पर है। रिमांड पर पूछताछ के दौरान मिली सूचनाओं की तस्दीक कराई जा रही है। साथ ही अभियुक्तों से जुड़ी संस्थाओं के बैंक खातों का भी पता लगाया जा रहा है। इसके जरिए उन संस्थाओं व व्यक्तियों को भी चिह्नित किया जा रहा है, जो इस गैंग को आर्थिक सहयोग देती रही हैं।
रिमांड पर लिए गए नई दिल्ली के जामिया नगर इलाके के ग्राम जोगाबाई निवासी काजी जहांगीर आलम और दिल्ली के ही जामिया नगर इलाके के बाटला हाउस में रहने वाले मोहम्मद उमर गौतम की एक-एक गतिविधियों और उनसे जुड़ी संस्थाओं के बारे में पूछताछ की जा रही है। सोशल मीडिया पर खासा सक्रिय रहा उमर गौतम कुछ वायरल वीडियो में बड़े-बड़े दावे करता दिखा है।
एटीएस उसके दावों की भी पड़ताल कर रही है। सूत्रों के अनुसार उससे जुड़ी संस्थाओं की वेबसाइट पर दी गई सूचनाएं जांच में गलत पाई गई हैं। ऐसा माना जाता है कि धर्म प्रचार के लिए फंड का इंतजाम करने में वह झूठी सूचनाएं देकर लोगों को गुमराह करता रहा होगा। वह 18 बार इंग्लैंड व चार बार अमेरिका जाने का दावा भी करता रहा है। अब एटीएस उसकी इन यात्राओं की सच्चाई और मकसद के बारे में जानकारी जुटा रही है। ऐसे ही वीडियो में वह एक हजार लोगों के इस्लाम स्वीकार करने की बात भी कहता रहा है।
एटीएस को गुरुवार को जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर पर भी सूचनाएं मिलने की उम्मीद है। रिमांड अवधि के दौरान मिलने वाली सूचनाओं पर दोनों से पूछताछ भी की जा सकती है। इसके अलावा दोनों को दिल्ली व नोएडा समेत कुछ स्थानों पर ले जाकर पूछताछ किए जाने की तैयारी है। इस दौरान गैंग को सहयोगियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जाएगी।