ब्यूरो। लखनऊ में रियल स्टेट कारोबार को कुछ कम्पनियां बदनाम कर रही है।प्लांटिंग के नाम पर ब्रोकरों को मोटी कमीशन और इस्किम के बदौलत बड़े-बड़े स्कैम कर रही है।अभी जल्दी ही पिनाकान ग्रुप के डायरेक्टर को 16000 करोड़ फर्जीवाड़ा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
ज्ञात हो कि लखनऊ में कुछ कम्पनियां ब्रोकरों को लुभवनी स्किम देकर स्कैम कर रही है। भोली -भाली जनता एमएलएम के लालची ब्रोकरों के झांसे में आकर बलिया,देवरिया,गोरखपुर और मऊ से शनिवार और रविवार को ट्रेन और निजी वाहनों से कम्पनी के खर्चे पर लखनऊ एक अदद प्लाट सस्ते रेट में खरीदने की लालच में आते है।उन्हें विधिवत साईट विजिट कराकर दूसरे ग्रामसभा की जमीन हाइवे से 3 से 4 किमी अंदर बुकिंग करके झांसे में ले रही है।ग्राहकों को गुमराह करने के लिए हाइवे के किनारे चौड़ी सड़के बना दी गई है,ताकि लोगो को बेवकूप बनाया जा सके।
गोसाई गंज से पहले इंफॉलिटी इंफ्रा 4 साल पहले बोर्ड लगाकर लोगो को प्लाट बेचीं लेकिन बीच-बीच में किसान जमीन देने से मना कर दिए इस कारण लोगों का करोड़ो रुपया कम्पनी के पास फंसा है।
रजिस्ट्री विभाग की लापरवाही का फायदा उठाकर बिना रोड काटे नक्शे में रोड दिखाकर रजिस्ट्री करा कर करोड़ो का स्कैम करने में लगी है।
पटना निवासी साफ्टवेयर कम्पनी के इंजीनियर ललित गुप्ता को अभी हाल ही में फ़ैजाबाद रोड पर सागर इंजीनियरिंग कालेज के पास हाइवे पर जमीन दिखाकर प्लाट की रजिस्ट्री कर दिया था। कम्पनी को जब किसान जमीन बेचने से मना कर दिए तो कम्पनी अपना बोरिया-विस्तर समेटकर फरार हो गई।
ललित ने अपनी रजिस्ट्री लेखपाल को दिखाया तो रसौली ग्राम सभा में जमीन थी जो हाइवे से 5 मिमी दूर स्थित थी। प्लाट तक पहुचने के लिए कोई रास्ता नही है।ऐसे में ललित गुप्ता ने लखनऊ में प्लाट बेचने वालों से डर कर मकान बनाने से दूरी बना ली।ललित अकेले ऐसे नही है बलिया के सैकड़ो लोग सुल्तानपुर रोड, रायबरेली रोड और फ़ैजाबाद रोड पर सस्ते में प्लाट की बुंकिग या रजिस्ट्री कराकर इन कम्पनियो के दफ्तर का चक्कर लगा रहे है।ब्रोकर बैंकाक और गोवा की सैर कर रहे है।