लखनऊ- UP Budget 2020 : उत्तर प्रदेश विधान मंडल का बजट सत्र 13 फरवरी से शुरू होकर 7 मार्च तक चलेगा। वर्ष 2020 के इस प्रथम सत्र का विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। पहले दिन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। 18 फरवरी को दोपहर 12:20 बजे योगी सरकार अपना चौथा बजट प्रस्तुत करेगी। एक अनुमान के अनुसार इस बार यूपी सरकार का बजट 5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का होगा।
विधानमंडल का बजट सत्र का कार्यक्रम गुरुवार को जारी किया गया। प्रमुख सचिव विधानसभा प्रदीप कुमार दुबे ने बताया कि सत्र के प्रथम दिन (13 फरवरी को) राज्यपाल आनंदी बेन पटेल विधानसभा और विधान परिषद की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। 14 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा आरंभ होगी। 15 और 16 फरवरी को बैठक नहीं होगी और 17 को अभिभाषण पर चर्चा जारी रहेगी।
प्रमुख सचिव ने बताया कि विधानसभा 18 फरवरी को बजट प्रस्तुत किया जाएगा। 19 को अभिभाषण पर चर्चा होगी और इसके बाद 20 फरवरी को बजट पर चर्चा आरंभ होगी। 21 को महाशिवरात्रि के अवकाश के बाद 22 व 23 फरवरी को भी बैठक नहीं होगी। सात फरवरी को बजट पुर्नस्थापन और पारण किया जाएगा।
बता दें कि पिछले वर्ष यानी 2019 में यूपी की योगी सरकार ने चार लाख 79 हजार 701 करोड़ 10 लाख रुपये (4,79,701.10 करोड़ रुपये) का अपना तीसरा बजट पेश किया था। यूपी सरकार का वह बजट उसके पिछले बजट के मुकाबले 12 प्रतिशत अधिक था। पिछले वर्ष के बजट में योगी सरकार ने 21 हजार 212 करोड़ 95 लाख रुपये (21,212.95 करोड़ रुपये) की नई योजनाओं को शामिल किया था।
पिछले बजट की खास बातें…
- 247.60 करोड़ रुपये ग्रामीण क्षेत्रों में गोवंश के रखरखाव के लिए गोशालाओं के निर्माण के लिए आवंटित किए गए थे।
- शराब की बिक्री पर विशेष शुल्क लगाने से मिलने वाले करीब 165 करोड़ रुपये का उपयोग प्रदेश के निराश्रित एवं बेसहारा गोवंशीय पशुओं के भरण-पोषण के लिए करने का निर्णय लिया गया था।
- बजट में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ (ग्रामीण) के लिए 6,000 करोड़ रुपये, ‘राष्ट्रीय कृषि विकास’ योजना के लिए 892 करोड़ रुपये, ‘राष्ट्रीय फसल बीमा’ योजना के लिए 450 करोड़ रुपये और उर्वरकों के पूर्व भंडारण के लिए 150 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे।