पटना जिले में लगभग डेढ़ सौ सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीका लगाया जा रहा था, लेकिन 44 प्राइवेट अस्पतालों में टीकाकरण का काम अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। इधर, 18 साल से अधिक उम्र वाले युवाओं को टीका लगाने के लिए अभी इंतजार करना होगा।
पटना जिले में 101 सरकारी और 44 प्राइवेट अस्पतालों में कोविड-19 से बचाव के लिए टीका लगाया जा रहा है, लेकिन टीके की उपलब्धता कम होने और सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले टीका से संबंधित नया गाइडलाइन को आधार मानते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पटना के 44 प्राइवेट अस्पतालों में टीकाकरण बंद कर दिया है। इस आशय की जानकारी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसपी विनायक द्वारा जिला प्रशासन को दे दी गई है।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने प्रशासन को यह भी जानकारी दी है कि जितने भी सरकारी अस्पताल है वह टीकाकरण का काम चल रहा है। 45 साल से अधिक उम्र के लोग अपने निकटवर्ती सरकारी अस्पतालों में जाकर टीका लगवा सकते हैं। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग ने पटना एवं आसपास के इलाके में स्थित प्राइवेट अस्पतालों में टीका उपलब्ध कराया था। जहां ले जाकर नि:शुल्क टीकाकरण करा लेते थे। टीका की उपलब्धता और कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में हुई वृद्धि को लेकर प्राइवेट अस्पतालों में मची अफरा-तफरी को देखते हुए उन जगहों पर टीकाकरण नहीं करने का निर्णय लिया गया है।
प्राइवेट अस्पतालों में टीकाकरण सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के बाद ही शुरू हो पाएगा। वैसे सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सब सेंटर रेफरल अस्पताल जिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आदि में टीकाकरण सुबह 11:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि 18 साल से अधिक उम्र वाले युवा टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं, लेकिन उन्हें कब और कहां रजिस्ट्रेशन होगा, इसकी अभी जानकारी नहीं है, क्योंकि इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिशा निर्देश जारी किया जाएगा। यह तब होगा जब कोरोना से बचाव के लिए दी जाने वाली वैक्सीन राज्य सरकार को उपलब्ध होगी।