देश के करीब 91.19 करोड़ मतदाताओं के वोटर आई कार्ड एक फरवरी से ऑनलाइन कर दिये जाएंगे। चुनाव आयोग ने देश में ई-वोटर आई कार्ड को मंजूरी दे दी है। नई व्यवस्था में मतदाताओं को सरकारी व गैरसरकारी पहचान के लिए वोटर कार्ड जेब में ढोने से आजादी मिल जाएगी। ई-वोटर आई कार्ड की लांचिंग चुनाव आयोग 25 जनवरी को ही पूरे देश में एक साथ करने जा रहा है।
आयोग ने देश में ई वोटर आई कार्ड की मंजूरी देते हुए बताया है कि इसे अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों की तरह डिजी लॉकर में भी सुरक्षित रखा जा सकता है। जरूरत पड़ने पर उसे मोबाइल से डाउनलोड कर भी उपयोग में लाया जा सकता है। ई वोटर आई कार्ड मतदाता के निबंधित मोबाइल पर ही उपलब्ध होगा। इस ई वोटर आई कार्ड का उपयोग करने के लिए क्यूआर कोड का इस्तेमाल किया जा सकेगा।
चुनाव आयोग ने 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर लांचिग के समय सबसे पहले नये मतदाताओं को ई वोटर कार्ड जारी करने का आदेश दिया है। इसके बाद एक फरवरी से इसे सभी मतदाताओं के निबंधित मोबाइल से डाउनलोड किया जा सकता है। चुनाव आयोग की अंडर सेक्रेटरी गुंचा बत्रा अनेजा ने इसके लिए सभी राज्यों के सीईओ को आदेश जारी कर दिया है और इसके प्रचार प्रसार का भी निर्देश दिया है, ताकि मतदाता इसका लाभ उठा सकें। मतदाताओं को अपना ई वोटर आई कार्ड डाउनलोड करने की सुविधा केवाईसी के बाद दी जाएगी। उसे ऑनलाइन ही भरा जाएगा।
चुनाव आयोग ने यह भी बताया है कि एक मोबाइल नम्बर से केवल एक ही ई वोटर आईकार्ड को जोड़ा जाएगा, ताकि पूरी प्रक्रिया सुरक्षित रहे। चुनाव आयोग ने कहा है कि जिन पांच राज्यों में हाल में चुनाव होने वाले हैं, वहां भी मतदाता ई वोटर आई कार्ड का इस्तेमाल कर सकेंगे। इन राज्यों में असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल व पुडुचेरी शामिल हैं।
कैसे प्राप्त कर सकेंगे ई वोटर आईकार्ड
चुनाव आयोग की अंडर सेकेरेट्री ने बताया है कि कोई भी मतदाता चुनाव आयोग की वेबसाइट से इसे अपने निबंधित मोबाइल पर डाउनलोड व प्रिंट कर सकता है। मतदाताओं को यह पीडीएफ के रूप में मिलेगा जिसे दिए गए लिंक से डाउनलोड करना होगा। इसके बाद इसे डिजिलॉकर में सुरक्षित रखा जा सकता है।
ये होंगे फायदे :
मतदान करने, मोबाइल कनेक्शन, बैंक खाता खोलने, ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने, आयु प्रमाण पत्र बनवाने सहित सभी कार्यों में ई वोटर आई कार्ड मान्य होगा।