बुधवार तक हरियाणा का मंत्रिमंडल तैयार हो जाएगा और उसी दिन राजभवन में मंत्रियों के शपथग्रहण समारोह भी आयोजित होने की प्रबल संभावनाएं हैं। जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों में उलझा हरियाणा के मंत्रिमंडल में टीम मनोहर-टू के साथी कौन-कौन होंगे, गृहमंत्री अमित शाह से मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मुलाकात के बाद यह भी तय हो चुका है, पत्ते बुधवार को खुल जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार इस बार कुल 14 मंत्रियों में से अब भाजपा के 8, जजपा के 4 और 2 निर्दलीय विधायक मंत्री बनेंगे। जबकि भाजपा अपने सहयोगी जजपा को सिर्फ 3 मंत्री देना चाहती थी, लेकिन जजपा आखिर तक 2 कैबिनेट और 2 राज्यमंत्री दिए जाने की मांग पर अड़ी रही। इस बाबत उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की अमित शाह से भी बातचीत हुई और उन्होंने शाह से जजपा को चार मंत्री देने की बात कही। सूत्र बताते हैं कि भाजपा अब जजपा को 4 मंत्री देने को तैयार हो गई है।
दूसरी ओर, सूत्र बताते हैं विभिन्न जिलों, जातियों और क्षेत्रों को साधकर इस बार नई गठबंधन सरकार का मंत्रिमंडल तैयार किया गया है। जातीय समीकरणों के लिहाज से इस बार दो महिलाओं को भी मंत्री बनाया जा सकता है। यह दोनों महिला मंत्री भाजपा की हो सकती हैं, क्योंकि सूत्रों की माने तो जजपा ने फिलहाल नैना चौटाला को इस बार मंत्रिमंडल से बाहर ही रखने का निर्णय लिया है। भाजपा की ओर से महिला मंत्रियों के दावेदारों में दो बार की विधायक सीमा त्रिखा व कमलेश ढांडा और निर्मला रानी शामिल है।
इसके अलावा मंत्रियों के दावेदारों में भाजपा के खाते से विधायक अनिल विज, कंवरपाल गुर्जर, सुभाष सुधा, हरविंद्र कल्याण, डा. कमल गुप्ता, डा. अभय सिंह यादव, डा. बनवारी लाल, रणबीर गंगवा, डा. कृष्ण मिड्डा, रामकुमार कश्यप, मूलचंद शर्मा व महिपाल ढांडा की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। उधर, जजपा की ओर से विधायक ईश्वर सिंह, देवेंद्र सिंह बबली, अनुप धानक व रामकुमार गौतम का नाम आगे हैं, लेकिन विधायक रामकरण काला भी जजपा से मंत्रीपद मांग रहे हैं। इसी तरह निर्दलीयों में रणधीर सिंह चौटाला, बलराज कुंडू व रणधीर गोलन में से दो का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है।