प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत पथ विक्रेताओं (स्ट्रीट वेंडर) को अब 20 हजार रुपये का बिना ब्याज का लोन मिलेगा। पहली लहर के दौरान 10-10 हजार का लोन मिला था। पूर्व में लिए गए कर्ज को चुकाने और लगातार किश्त देने वालों को नई योजना में चुना जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पिछले दौरे में ही पथ विक्रेताओं को बड़ी राहत के संकेत दे दिए थे।
नगर निगम और डूडा द्वारा इसके लिए शिविर भी संचालित किए जाएंगे। लीड बैंक मैनेजर राम अधार सोनकर ने बताया कि इसका लाभ पीएम स्वनिधि योजना के उन्हीं लाभार्थियों को मिलेगा जिन्होंने पूर्व में लिए गए 10-10 हजार रुपये के लोन की अदायगी कर दी है। इस योजना के तहत लिए गए कर्ज पर ब्याज की दरें बैंक को नियमित कर्ज की वापसी एवं उनके बताए मुताबिक क्यूआरकोड से लेनदेन करने पर माफ हो जाती हैं।
कोरोना संक्रमण के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के दौर में लोगों के कारोबार को काफी क्षति पहुंची। सड़कों पर रेहड़ी या ठेला लगाने वालों को राहत देने के लिए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय की तरफ से एक जून 2020 को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की शुरुआत हुई। गोरखपुर जिले में इस योजना के अंतर्गत 24 हजार लाभार्थियों को चिन्हित किया गया जिसमें 17 हजार लाभार्थी लाभान्वित हुए।
17 हजार लाभार्थी पा सकते हैं 20-20 हजार रुपये
जिले के 17 हजार लाभार्थियों में ऐसे लाभार्थी जिन्होंने समय से अपनी 10-10 हजार रुपये की धनराशि बैकों को नियमित रूप से लौटाई है, मौजूदा वित्तवर्ष की योजना में 20-20 हजार रुपये के लोन के लिए पात्र होंगे। इसके अलावा पहली बार योजना का लाभ लेने वालों को 10-10 हजार रुपये की धनराशि भी ऋण के रूप में उपलब्ध कराई जाएगी। डूडा ने ऐसे 267 लाभार्थियों का अगली योजना में फिलहाल चयन किया है।
पीएम स्वनिधि योजना के फायदे
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत 10 हजार रुपये तक का कोलेटरल फ्री लोन दिया जाता है। जिसका इस्तेमाल स्ट्रीट वेंडर्स अपने पूंजी के तौर पर कर सकते हैं। योजना के तहत एक साल के लिए 10,000 रुपये का लोन दिया जाता है। नियमित ऋण चुकाने पर योजना के अंतर्गत प्रतिवर्ष सात प्रतिशत के हिसाब से ब्याज में सब्सिडी मिलती है। डिजिटल लेनदेन करने पर साल में 1200 रुपये का कैशबैक मिलता है।