ग्रेटर नोएडा: केंद्रीय वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि देश के सेवा क्षेत्र को औद्योगिक क्रांति 4.0 का फायदा उठाने के लिए उच्च तकनीक विनिर्माण शुरू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पर्यटन और व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने वीजा में छूट दी है।
वाणिज्य मंत्रालय, उद्योग चैंबर सीआईआई और सेवा निर्यात संवर्धन परिषद (एसईपीसी) द्वारा संयुक्त रूप से सेवा क्षेत्र पर आयोजित तीसरी वैश्विक प्रदर्शनी ‘जीईएस 2017’ में सीतारमण ने कहा, “दुनिया भर में सेवा के क्षेत्र में बहुत मजबूती आई है भारत के लिए इसमें अपार अवसर है।”
उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल से, भारत ने व्यवसायों, पर्यटकों और छात्रों के लिए वीजा प्रक्रिया को उदार बनाया है और ऑनलाइन वीजा की सरल प्रक्रिया शुरू की है।
निर्मला सीतारमण ने कहा, “वस्तुओं के निर्माण में बड़े पैमाने पर सेवाओं की जरूरत होती है।”
विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि साल 2014-15 में वैश्विक सेवा व्यापार में गिरावट आई थी, लेकिन इसी अवधि में भारत ने इस खंड में डेढ़ गुणा अधिक वृद्धि दर्ज की थी।
इस अवसर पर वाणिज्य सचिव रीता तेवतिया ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में आईटी और वित्तीय सेवाओं में मंदी आई है, लेकिन यात्रा व्यापार, संचार, परिवहन और बीमा में तेज वृद्धि देखी गई है।
जीईएस-2017 में 70 से अधिक देशों की 550 कंपनियां भाग ले रहीं हैं। इस प्रदर्शनी में 20 हजार से अधिक आगंतुकों के आने की संभावना है। प्रदर्शनी के दौरान 30 से अधिक सम्मेलनों में 5,000 से अधिक व्यापारिक बैठकें और विचार-विमर्श होंगे।