भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने बताया है कि खिलाड़ियों के अंदर टीम भावना कैसे लाई जा सकती है। यहां मसला फ्लाइट्स की बिजनेस क्लास सीट्स को लेकर है, जिसके लिए आपा-धापी मची रहती है। गावस्कर ने बताया है कि धौनी बहुत कम मौकों पर बिजनेस क्लास का प्रयोग मैच के बाद एक शहर से दूसरे शहर जाने में किया करते थे। वे भले ही कप्तान थे, लेकिन इकॉनमी क्लास में यात्रा करते थे, जहां टीवी क्रू मेंबर्स बैठते थे।
सुनील गावस्कर ने मिड-डे में छपे अपने कॉलम में लिखा है, “बिजनेस क्लास में लिमटेड सीट होती हैं, जो टीम के कप्तानों, कोच और मैनेजरों के लिए होती हैं। ऐसे में उन भारतीय खिलाड़ियों को इकॉनमी क्लास की जगह पर बिजनेस क्लास में यात्रा करने का मौका दिया जाना चाहिए, जिन्होंने अपने पिछले मैच में अच्छा प्रदर्शन किया है। ये एक छोटा सा पुरस्कार होगा।” बता दें कि धौनी टीम बस में भी सबसे पीछे की कॉर्नर वाली सीट पर ही बैठते हैं।
पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने बताया, “धौनी बहुत कम मौकों पर इन फ्लाइट्स में बिजनेस क्लास में यात्रा करते थे, भले ही वे कप्तान थे, लेकिन वे इकॉनमी क्लास में टीवी क्रू मेंबर्स, जिनमें कैमरामैन और साउंड इंजीनियर्स होते थे उनके साथ बैठना पसंद करते थे। विराट कोहली भी इकोनॉमी क्लास में उन गेंदबाजों को अपनी सीट दे देते हैं, जिन्होंने भारत को एक शानदार मैच में जीत दिलाई थी। ये साधारण जेस्चर होगा, लेकिन इससे टीम भावना पनपती है।
टीम भावना को लेकर गावस्कर ने ये भी कहा है कि हमें ऐसा ही कुछ कोरोना वायरस से लड़ने के लिए करना होगा। ये टी20 नहीं, बल्कि एक टेस्ट मैच की तरह है जो लंबा चलेगा। ऐसे में हम सभी को टीम भावना की तरह घर पर रहना है। वहीं, स्पिनर गेंदबाज नो बॉल न फेंके। इसके लिए मैनेजमेंट को एक चीज शुरू करनी होगी कि जो स्पिनर गेंद नो बॉल फेंकेगा उसको टीम को डिनर पर ले जाना होगा। ऐसा ही बल्लेबाजों के साथ हो जो बल्लेबाज दूसरे बल्लेबाज को रन आउट कराए उसे भी पूरी टीम को दावत देनी होगी।