Sawan 2019 shubh muhurat: देवों के देव महादेव के प्रिय महीने सावन का आज पहला सोमवार है। ज्योतिषाचार्य सुजीत जी महाराज के अनुसार भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए श्रावण मास के सोमवार को शिवलिंग की विधिवत पूजा करनी चाहिये।
भोले बाबा सभी देवो में सबसे सरल और भोले माने गए हैं। इन्हें हिंदू धर्म में बड़ी श्रद्धा के साथ पूजा जाता है। माना जाता है कि सावन में शिव जी का व्रत रखने से कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर और कुवारें लड़कों को मनचाही वधु की प्राप्ति होती है। यदि आपने भी भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिये सावन सोमवार का व्रत रखा है तो बताए गए शुभ मुहूर्त में जल चढ़ाएं। साथ ही जानें शिवरात्रि का महत्व और पूजन विधि।
22 जुलाई सोमवार को पूजा का शुभ मुहूर्त-
1- प्रातः 05:40 am से 06:40 am
2-12 pm से 12:54 pm
3- 02:43 pm से 03:37 pm
4- 07 pm से 07:24 pm
5- 07:14 pm से 08:16 pm
शिव मंदिर में करें श्री रामचरितमानस का पाठ-
शिव मंदिर में श्री रामचरित मानस का सम्पूर्ण पाठ कराएं। यदि आप स्वयं करना चाहते हों तो मास परायण करिये। शनि से प्रभावित लोग सुंदरकांड का पाठ करें। विद्या में प्रगति के लिए अरण्यकाण्ड का पाठ करें। कुवांरी कन्याएं मानस में वर्णित शिव पार्वती विवाह का पाठ करें जिससे योग्य तथा सुंदर वर की प्राप्ति होती है। महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करने से रोगों से मुक्ति मिलती है।
पूजा विधि-
सोमवार को शिव मंदिर जाकर शुद्ध आसन पर बैठकर शिवलिंग का जलाभिषेक करें। 108 बेलपत्र पर राम नाम लिखकर चढ़ाएं। गाय का दूध लें। पहले दूध अर्पित करें। अब इत्र से भगवान को स्नान कराके गुलाल लगाएं। फिर गंगाजल से शिव जी का अभिषेक करें। शहद भी अर्पित करें। पूरे शिवलिंग को पुष्पों, बेलपत्र तथा अबीर , गुलाल, चंदन से समर्पित कर श्रृंगार करें।पीली धोती शिवलिंग पर चढ़ाएं। माता पार्वती को चुनरी चढ़ाएं। पूरे शिव परिवार को जल दें।अब भगवान की विधिवत आरती करें। अपनी मनोकामनाएं कहें। शिवलिंग के एकदम नीचे वाले भाग के पास मस्तक को रखकर प्रणाम करें। अब अपनी मनोकामना नंदी से कहें। नंदी के कान में अपनी बातें कहने से मन चाही मनोकामना की पूर्ति होती है।