नाव के मद्देनजर पुलिस आए दिन वाहनों की चेकिंग कर शराब और रुपये बरामद कर रही है। पुलिस की सख्ती देखते हुए अब शराब और बड़े पैमाने पर रुपये ले जाने वालों ने निजी वाहनों की जगह यात्री वाहनों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। सूत्रों के हवाले ऐसी जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक ने अब सवारी वाहनों की भी तलाशी लेने का निर्देश दिया है।
बता दें कि जिले में अवैध शराब का कारोबार कुटिर उद्योग का रूप ले लिया है। यहां जगह-जगह बड़े पैमाने पर शराब बनाने और सप्लाई करने का काम होता है। शराब के कारोबार का अंदाजा पुलिस के प्रतिदिन कार्रवाई का आंकड़ा देखकर लगाया जा सकता है। विधान सभा चुनाव 2017 के लिए आचार संहिता लागू होने के बाद से ही पुलिस ऐसे लोगों की धरपकड़ तेज कर दी है। इसके लिए जगह-जगह सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा। पुलिस की सख्ती के चलते ना केवल भारी मात्रा में शराब पकड़ी जा रही है बल्कि लोगों के कालेधन और विदेशी मुद्राएं भी पकड़ी जाने लगी हैं।
अब तक देवगांव, दीदारगंज, शहर कोतवाली, कप्तानगंज, महराजगंज और फूलपुर पुलिस के हाथ बड़े पैमाने पर देशी और विदेशी मुद्राएं पकड़ी जा चुकी हैं। पुलिस को मिली यह कामयाबी प्राइवेट वाहनों की तलाशी लेने पर मिली है। काली कमाई पर पुलिस की सख्ती के चलते इस पेशे से जुड़े लोग अब निजी साधन की बजाय सवारी गाड़ी जैसे रोडवेज की बस, प्राइवेट बस, जीप, टैक्सी, आटोरिक्शा आदि का सहारा ले रहे हैं।
इसके जरिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर माल पहुंचा रहे हैं। खुफिया विभाग के जरिए मिली इस प्रकार की सूचना के बाद पुलिस अब सवारी वाहनों की भी सघन तलाशी लेेने का आदेश दिया है।