मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दिन में न्यूनतम तापमान आठ डिग्री रहा। इन दिनों मौसम में उतर-चढ़ाव जारी है। सायंकाल ठंड बढ़ने के कारण लोग घरों में दुबक गए। देर शाम गांव तथा शहर की गलियां सन्नाटे में डूब गईं। मौसम को देखते हुए एक बार फिर नगर तथा ग्रामीण इलाकों में अलाव जलाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
गहमर प्रतिनिधि के अनुसार, जो विद्यालय खुले रहे वहां बच्चे गुनगुनी धूप में बाहर बैठ कर अपनी पढ़ाई करते रहे। ठंड के बढ़ने से एक बार फिर दिहाड़ी मजदूरी करने वालों के निवाले पर ग्रहण लग गया है। कई क्षेत्रों में लोगों की रोजी-रोटी ठंड ने छीन ली है। ईंट भट्ठा पर मजदूरी करने वाले मजदूर भी निठल्ले बैठे हुए हैं। यही हाल रात के समय रिक्शा चलाने वालों का रहा। मजदूरों की मंडी में भी अपेक्षाकृत कम ही मजदूर आए।