प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों ने दफ्तरों को ही अय्याशी का अड्डा बना लिया है। स्कूल या फिर कार्यालयों में शराब पीने की घटनाएं तो आम हो गईं थी, लेकिन अब वहां रंगरेलियां भी मनाई जाने लगी हैं।
हरदोई में जिला गन्ना उत्पादक सहकारी समिति कार्यालय में परसों देर शाम गन्ना सचिव को सचिव को पुलिस ने एक महिला के साथ अंतरंग क्षणों में रंगे हाथों गिरफ्तार किया। सचिव ने पुलिस पर रौब गांठते हुए पुलिस कर्मियों से गाली गलौज कर कालर भी पकड़ लिया। फायदा उठाते हुए उनके दो साथी मौके से फरार हो गए। पुलिस कहना है कि सरकारी कार्यालय में महिला से अश्लील हरकतें करने का मामला दर्ज कर लिया है। उनके दोनों साथियों की भी तलाश हो रही है।
जिला अस्पताल के सामने गन्ना विभाग का जिला गन्ना उत्पादक सहकारी समिति का कार्यालय है। कोतवाल कमलेश पांडेय ने बताया कि परसों देर शाम कुछ लोगों ने कार्यालय में महिला और तीन लोगों की संदिग्ध मौजूदगी की सूचना दी। पुलिस फोर्स मौके पर गया, महिला की मौजूदगी पर महिला पुलिस कर्मी की मौजूदगी में पुलिस कार्यालय पहुंची तो देखा कि महिला के साथ तीन लोग बेहद आपत्तिजनक अवस्था में थे। सरकारी कार्यालय में स्थिति पर पुलिस ने उन्हें पकडऩे की कोशिश की तो दो लोग तो मौके से भाग गए। एक व्यक्ति को महिला के साथ पकड़ लिया गया। जिसने खुद को सचिव बताते हुए पुलिस फोर्स को रौब भी दिखाया और पुलिस कर्मियों का कालर पकड़कर गाली गलौज भी किया।
पुलिस सचिव और महिला को कोतवाली लेकर आई। कोतवाल ने बताया कि सचिव ने अपना नाम रविेंद्र दुबे बताया, जो लोग भाग गए उनके नाम शाहजहांपुर के रेती निवासी सर्वेश दीक्षित व शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र के निखिल दुबे बताया। सचिव ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया और वह नशे में भी थे, तो रात में ही उनका परीक्षण भी कराया गया। कोतवाल ने बताया कि सचिव समेत तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर सचिव को जेल भेज दिया गया है। पूरे मामले की जिलाधिकारी समेत आला अधिकारियों को सूचना दी गई है। महिला के दो छोटे बच्चे हैं और उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया है।
बदकिस्मती ने बनाया बड़ों के हाथों का खिलौना
किस्मत ने धोखा किया, गरीब थी और लाचार भी, खुद जी रही थी लेकिन दो दो मासूम बच्चों की तड़प उससे नहीं देखी गई और न चाहते हुए भी उसकी ङ्क्षजदगी दलदल में चली गई। बड़ों ने पहले लालच देकर उससे खेला और फिर गंदा खेल उसकी किस्मत में शामिल हो गया। जिला गन्ना उत्पादक सहकारी समिति में सचिव सहित दो अन्य के साथ मिली महिला की आंखों से आंसू सूख गए। पुलिस ने कानूनी कार्रवाई कर उसके खिलाफ भी मामला दर्ज कर जमानत पर रिहा कर दिया लेकिन उसकी बदकिस्मती लोगों को तरस आ रहा था।
महिला पुुरुषों के साथ गिरफ्तार की गई तो जिसने सुना अपनी तरह से प्रस्तुत किया पर महिला की दशा पर कोई नहीं ध्यान दे रहा था। कोतवाल ने बताया कि महिला के पति का निधन हो चुका है और उसके दो छोटे बच्चे हैं। एक बार वह साजिश का शिकार हुई और फिर उसे अपनी किस्मत मान लिया। बड़ों के हाथों की कठपुतली बन गई और उससे लोग खेलने लगे। अब महिला के खिलाफ भी पुलिस ने मामला दर्ज किया है। कोतवाल ने बताया कि जमानती अपराध था तो महिला की स्थिति और बच्चों को देखते हुए उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया।