नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के लोकसभा सांसद भगवंत मान अब संसद के चालू सत्र के शेष दिनों में भी सदन की कार्यवाही में भाग नहीं ले सकेंगे. बता दें कि संसद परिसर का वीडियो बनाकर अपलोड करने के मामले में जांच कर रही संसदीय समिति ने उनके खिलाफ निलंबन की सिफारिश की हैं.
गौरतलब हैं कि इसी साल जुलाई में मान ने फेसबुक पर लाइव वीडियो अपलोड की थी, जिसे उन्होंने संसद में प्रवेश करते हुए रिकार्डिंग की थी और बताया था कि सांसद किस तरह से आते हैं और बाहर किस तरह की सुरक्षा तैयारी होती है. यही नहीं उन्होंने संसद भवन परिसर के अंदर प्रश्न काल के दौरान पूछे जाने वाले प्रश्नों के चयन की प्रक्रिया की भी रिकार्डिग की गई थी, जबकि इस तरह की रिकार्डिग प्रतिबंधित है. इस मामले को लेकर भाजपा सांसद किरीट सोमैया के नेतृत्व में एक जांच समिति गठित की थी.
बता दें कि सोमैया के नेतृत्व वाली समिति ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट संसद में पेश कर दी है. इसमें मान को दोषी पाया गया है. मान द्वारा वीडियो बनाने की उनकी इस कार्रवाई को संसद की सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक पाया गया. इस पर उन्हें मौजूदा सत्र के बाकी दिनों के लिए सदन की कार्यवाही से बाहर रखने को कहा गया है. संसद का मौजूदा शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर को समाप्त हो रहा है. अब शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन इस रिपोर्ट को सदन के सामने रखेंगी और सदन की राय से उनके खिलाफ सजा तय की जाएगी. सोमैया ने बताया कि रिपोर्ट पर नौ सदस्यों वाली समिति में सर्वसम्मति थी.
उधर समिति के फैसले से नाराज भगवंत मान ने कहा कि मैंने किसी गोपनीय कार्यवाही का वीडियो नहीं बनाया था. जब हम लोगों के मुद्दे सदन में प्रश्नकाल के दौरान नहीं उठा पाते तो लोग पूछते हैं. मैंने प्रश्नों के चयन की प्रक्रिया दिखाई थी, जो पूरी तरह खुली प्रक्रिया है. मैंने कौन सा संसद में कोई सुरंग खोद दी? इसमें ऐसा क्या गुनाह हो गया कि मेरी ओर से माफी मांगे जाने के बावजूद ऐसी सजा दी गई है? फिर भी उन्होंने कहा कि मैं स्पीकर के आदेश का आदर करता हूं.