बता दें भोपाल-उज्जैन ट्रेन ब्लास्ट के बाद राकी का नाम एटीएस की संदिग्ध सूची में सामने आया था। इसके बाद एटीएस और यूपी पुलिस ने उसके घर व अन्य कई ठिकानों पर कई बार छापेमारी की लेकिन वह उनके हाथ नहीं लगा। अब फिल्मी अंदाज में राकी ने जब आत्म समर्पण कर दिया है तो इस बात पर खुद पुलिस भी अचंभित है।
मगंलवार को लखनऊ में हुई आंतकी मुठभेड़ के बाद एटीएस और यूपी पुलिस ने फकरे आलम के साथ-साथ इसकी भी तलाश शुरू कर दी थी। इसके साथ ही उसके सभी ठिकानों पर दबिश तेज कर दी गई। संदिग्ध आतंकी राकी के भागने के सभी रास्ते बंद हो चुके थे इसके बाद शुक्रवार को उसने पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण कर दिया है।
शुक्रवार को इटावा में आरोपी राकी राजावत ने एसएसपी शिवहरी मीना की मौजूदगी में समर्पण किया। यहां राकी अपने कई परिजनों को साथ लेकर पहुंचा है।