अयोध्या में श्रीराम एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का काम चल रहा है। लेकिन प्रशासन अब जमीन हासिल करने के लिए जोर-जबरदस्ती पर उतर आया है। मामला, यहां धर्मपुर सहादत गांव का है। इस गांव के लोगों की जमीन भी एयरपोर्ट में जा रही है। गांव के ग्रामीण का आरोप है कि जमीन न देने पर पहले तो एक ग्रामीण को जेल भेजने की धमकी दी गई। फिर बिना कारण बताए उसका राशन का कोटा ही निलंबित कर दिया गया।
कोटेदार नरेंद्र कुमार तिवारी का बेटा अखिलेश तिवारी होमगार्ड विभाग में तैनात है। बताया जा रहा है कि उसे भी प्रशासन लगातार दबाव बनाकर बर्खास्त करने की धमकी दे रहा है।
वहीं, गांव के लोग कोटेदार के समर्थन में उतर आए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें कोटेदार से कोई शिकायत ही नहीं है। लोगों ने कहा कि वे कोटेदार के साथ हैं और वे राशन लेने का बहिष्कार करेंगे।
उचित मुआवजा न मिलने पर जमीन देने से किया इनकार
कोटेदार नरेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि उनकी जमीनें एयरपोर्ट के विस्तारीकरण में जा रही हैं। जिसका उचित मुआवजा न मिलने के कारण मैंने जमीन देने से इनकार कर दिया था। इस संबंध में माननीय उच्च न्यायालय की शरण में भी गए हैं, लेकिन जिला प्रशासन लगातार बैनामे के लिए दबाव बना रहा है। जमीन का बैनामा न करने पर सस्ते गल्ले की दुकान को सप्लाई विभाग के अधिकारियों ने बिना कारण बताए निलंबित कर दिया।
35 साल से सस्ते गल्ले की दुकान चला रहे थे
कोटेदार ने बताया कि वो लगभग 35 साल से सस्ते गल्ले की दुकान चला रहे हैं। उसकी जांच हो और अगर गलत पाया जाए तो कार्रवाई करें। प्रशासन हमें न्याय दे। वहीं, ग्रामीणों ने कहा कि कोटेदार अच्छा और ईमानदार है। उनका कोटा बहाल हो। ग्रामीण किरण देवी, श्याम पति राम बख्श सहित दर्जनों ग्रामीण कोटेदार के समर्थंन में एकत्रित हुए।