मानदेय वृद्धि की मांग को लेकर अनशन कर रहे शिक्षामित्रों के समर्थन में सोमवार को जनपद के प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूल के शिक्षक भी आ गए। इस दौरान कलेक्ट्रेट में शिक्षकों ने सभा का आयोजन किया तथा करीब तीन बजे काली पट्टी बांधकर नगर में जुलूस निकाला। शिक्षकों ने कहा कि शिक्षामित्रों के समर्थन में मंगलवार को जनपद के समस्त प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूल बंद रखेंगेे। यह जानकारी जिला महामंत्री पंकज कुमार सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि विद्यालय के समस्त अध्यापक अनशन में भाग लेंगे।
जिला अस्पताल में भर्ती तीन शिक्षामित्रों से सात शिक्षामित्रों का आमरण अनशन पांचवें दिन भी जारी रहा। मानदेय वृद्धि को लेकर असमायोजित शिक्षामित्रों के अनशन स्थल पर शिक्षक नेताओं की एक सभा आयोजित की गई। जिसमें शिक्षक नेताओं ने कहा कि इस महंगाई के दौर में शिक्षामित्र मात्र 35 सौ रुपये में काम कर रहा है। शिक्षामित्रों की मांगों के समर्थन करते हुए शिक्षक नेताओं ने कहा कि उन्हें कम से कम उतनी पगार तो मिलनी चाहिए, जिससे कि वह अपना और अपने परिवार का खर्चा उठा सके। कहा कि शिक्षामित्रों की मांगे नहीं मानी जाती तब तक आंदोलन चलता रहेगा।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह, अवधेश सिंह, रामेश्वर सिंह, घनश्याम चौधरी, अजय सिंह, गणेश सिंह, सरल यादव, काशीनाथ यादव, अरुण सिंह, पंकज सिंह, जुबेर अहमद, मंजीत सिंह, अजय पांडेय, रणजीत सिंह, राधेश्याम पांडे, अरविंद यादव, सतीश मेहता, सूर्यप्रताप यादव आदि लोगों ने अपना अपना विचार व्यक्त किया। ग्राम शिक्षा मित्रों में से जिला अस्पताल में भर्ती भैरव प्रसाद गुप्त, सुशीला वर्मा व गीता पाठक के स्वास्थ्य को जानने के लिए सोमवार को प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश संरक्षक शिवकुमार शुक्ला, वाराणसी मंडल के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह सहित अन्य पदाधिकारी अस्पताल पहुंचकर हाल-चाल लिया।