उत्तर प्रदेश के बहराइच से शादी कर ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा लौट रहे दूल्हा-दुल्हन समेत छह लोगों की सड़क हादसे में मौत हो गई। रबूपुरा के आछेपुर गांव के रहने वाले युवक धीरज की शादी दो दिन पहले ही बहराइच निवासी रिंकी के साथ हुई थी और वह अपने परिवार वालों के साथ दुल्हन को विदा कराकर घर लौट रहा था। रामपुर के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के मंसूरपुर में एक बेकाबू डीसीएम ने उनकी कार में टक्कर मार दी।
कार में दुल्हन के अलावा पांच और लोग सवार थे। जब उनकी ईको कार रामपुर में सिविल लाइंस क्षेत्र में लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर मंसूरपुर बाइपास के पास पहुंची तो सामने से आती डीसीएम ने कार को जोरदार टक्कर मार दी।
हादसे में कार चला रहे राहुल की मौके पर ही मौत हो गई और पांच अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को जिला अस्पताल भिजवाया, जहां इलाज के दौरान धीरज और उसकी पत्नी रिंकी की भी मौत हो गई। इसके साथ ही कार में सवार भतीजा बबलू, जीजा भीम और चाची कुसुम की भी मौत हो गई। पुलिस ने कार के नंबर के जरिये शवों की शिनाख्त कराई और फोन के जरिए परिजनों को हादसे की सूचना दी। इसके बाद देर शाम परिवार के कुछ लोग जिला अस्पताल पहुंच गए। हादसे के बाद अस्पताल में कोहराम मच गया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद एसपी शगुन गौतम ने भी मौका मुआयना किया। एएसपी डॉ. संसार सिंह ने बताया कि डीसीएम चालक मौके से फरार हो गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सभी मृतकों के शवों को कब्जे में ले लिया है।
चल रही थीं दुल्हन के स्वागत की तैयारी, हादसे की खबर पहुंची
रबूपुरा। धीरज की शादी करने के लिए गुरुवार को आछेपुर गांव से दो गाड़ियों में सवार होकर परिजन गए थे। शनिवार को उन्हें गांव वापस पहुंचना था। दुल्हन को विदा करा लाने की सूचना के बाद आछेपुर गांव में मृतक धीरज के घर उसके स्वागत की तैयारियां चल रही थीं। हर तरफ खुशी का माहौल था, लेकिन जैसे ही हादसे की सूचना गांव पहुंची, खुशी का माहौल मातम में बदल गया।
हादसे की सूचना जैसे ही ग्रामीणों को हुई, वे मृतकों के घर इकट्ठा हो गए। मृतकों के परिवार की महिलाओं की चीत्कार से जैसे आसमान फटने लगा। गांव में हर तरफ से बस महिलाओं के रोने की आवाजें सुनाई दे रही थीं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के ही रहने वाले व्यक्ति ने बहराइच से शादी करने के लिए धीरज के परिजनों को राजी किया था।
हालांकि, पहले तो उन्होंने इतनी दूर से शादी करने से मना कर दिया था, लेकिन लड़की का फोटो देखने के बाद वह भी शादी के लिए बमुश्किल राजी हुए थे। इसके लिए कार में सवार होकर चार लोग जबकि ईको में 5 लोग बहराइच गए थे, लेकिन वापस लौटते समय इको कार हादसे का शिकार हो गई।
ग्रामीण रह रहकर उस मनहूस घड़ी को कोस रहे हैं जिस घड़ी सभी लोग दुल्हन लेने के लिए घर से चले थे। हादसे में धीरज, उसकी चाची कुसुम, चचेरे भाई बबली, कार चालक राहुल, धीरज की नई नवेली दुल्हन रिंकी और धीरज के जीजा भीम की मौत से कोहराम मच गया।