नई दिल्ली। अगले सप्ताह भारतीय शेयर बाजारों के कारोबार की दिशा व्यापक आर्थिक आंकड़ों के साथ विभिन्न कंपनियों के तिमाही नतीजों की आखिरी खेप तय करेगी। इसके साथ ही विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) व घरेलू संस्थागत निवेशकों के निवेश, डॉलर के खिलाफ रुपये की चाल, कच्चे तेल की कीमतों पर भी नजर बनी रहेगी।
व्यापक आर्थिक आंकड़ों में सरकार सोमवार (13 फरवरी) को बाजार बंद होने के बाद उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के मुद्रास्फीति के मासिक आंकड़े जारी करेगी। साल 2016 के दिसंबर में सीपीआई मुद्रास्फीति 3.41 फीसदी पर रही जो 25 महीनों में सबसे निचले स्तर पर है, जबकि 2016 के नवंबर में 3.63 फीसदी थी।
वहीं, सरकार थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) के मासिक मुद्रास्फीति के जनवरी के आंकड़े मंगलवार (14 फरवरी) को जारी करेगी। डब्ल्यूपीआई आधारित मुद्रास्फीति साल 2016 के दिसंबर में बढ़कर 3.4 फीसदी हो गई थी, जबकि 2016 के नवंबर में 3.2 फीसदी थी। इससे पहले लगातार तीन महीनों में इसमें गिरावट देखी गई थी।
वहीं, निवेशकों की नजर विभिन्न कंपनियों के तिमाही नतीजों पर भी हैं, जिनमें कोल इंडिया, क्रिसिल, आइडिया सेलुलर, महानगर गैस एंड रिलायंस कम्यूनिकेशंस प्रमुख हैं जो सितंबर-दिसंबर तिमाही के आंकड़े शनिवार (11 फरवरी) को जारी कर रहे हैं।
टाटा मोटर्स, अडाणी एंटरप्राइजेज, अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनामिक जोन, गोदरेज इंडस्ट्रीज, रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन, स्पाइस जेट और वोल्टास के 2016 की सितंबर-दिसंबर तिमाही के आंकड़े मंगलवार (14 फरवरी) को जारी किए जाएंगे। नेस्ले इंडिया अपनी सितंबर-दिसंबर 2016 की तिमाही के नतीजों की घोषणा बुधवार (15 फरवरी) को करेगी।
वैश्विक मोर्चे पर चीन जनवरी के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के आंकडे सोमवार (13 फरवरी) को जारी किए जाएंगे, जबकि अमेरिका के सीपीआई आंकड़े बुधवार (15 फरवरी) को जारी किए जाएंगे।