11500 फिट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ में डेढ़ माह से न तो बारिश हुई और न बर्फबारी। यहां मंदिर के चारों तरफ की पहाड़ियां सूखी पड़ी हैं। कई जगहों पर तो तेजी से मिट्टी दरक रही है। मौसम के इस मिजाज से केदारनाथ में इन दिनों भी दोपहर को पारा 22 से 24 डिग्री तक पहुंच रहा है।
मौसम में आए परिवर्तन का असर अब मध्य हिमालयी क्षेत्र में भी दिखने लगा है। इन दिनों जो पर्वत श्रृंखलाएं और पहाड़ियां बर्फ से लकदक रहती थी, वहां सूखा पड़ा है और मिट्टी दरक रही है।
केदारनाथ में भी दिन का तापमान बढ़ रहा है। स्थिति यह है कि केदारनाथ में बीते एक नवंबर के बाद से अभी तक बारिश नहीं हुई। ऐसे में मंदिर के पीछे स्थित हिमालय की मेरू-सुमेरू पर्वत श्रृंखलाओं पर भी नामात्र बर्फ है, जबकि मंदिर के चारों ओर की पहाड़ियां सूखी पड़ी हैं।
भगवान भैरवनाथ मंदिर से लगी पहाड़ियों पर तो मिट्टी तेजी से दरक रही है। यही स्थिति रामबाड़ा से केदारनाथ के बीच भी बनी हुई है। सघन वन क्षेत्र के बावजूद मौसम की मार से यहां नमी कम हो रही है।
इधर, द्वितीय केदार मद्महेश्वर धाम और तृतीय केदार तुंगनाथ धाम से लगी पहाड़ियां भी बर्फ विहीन है। यही नहीं, ऊखीमठ से आगे मनसूना, बुरूआ, तोषी, गौरीकुंड, राउलेंक, रांसी, अगतोली, भौंसाल और गौंडार गांव से लगी पहाड़ियां सूखी पड़ी हुई हैं।